बांकेबिहारीजी मंदिर : नंदोत्सव की मंगला आरती में शामिल होंगे सिर्फ 600 भक्त, हाईकोर्ट के आदेश का होगा पालन

UPT | बांकेबिहारीजी मंदिर

Aug 27, 2024 10:43

कल सोमवार को जन्माआष्टमी के अवसर पर मध्य रात्रि को पुष्टिमार्गीय संप्रदाय के प्रसिद्ध मंदिर ठाकुर श्री द्वारिकाधीश में भक्तों की जय-जयकार और उत्सव का माहौल छाया रहा...

Mathura News : कल सोमवार को जन्माआष्टमी के अवसर पर मध्य रात्रि को पुष्टिमार्गीय संप्रदाय के प्रसिद्ध मंदिर ठाकुर श्री द्वारिकाधीश में भक्तों की जय-जयकार और उत्सव का माहौल छाया रहा। इस मौके पर मंदिर में आराध्य भगवान श्री द्वारिकाधीश के जन्म की खुशी में विशेष आयोजन किए गए। सुबह 6 बजे से 6:15 बजे तक मंगला दर्शन के साथ उत्सव की शुरुआत हुई। इसके बाद 6:30 बजे मंदिर के मुखिया और उनके सहयोगियों ने ठाकुरजी के विग्रह पर पंचामृत का अभिषेक किया। इस अभिषेक में दूध, दही, घी, बूरा, और शहद का उपयोग किया गया। अभिषेक के बाद ठाकुरजी को भव्य रत्न जड़ित पोशाक पहनाई गई और उनका शृंगार किया गया।

12 बजते ही मंदिर में घंटे-घड़ियाल की गूंजी ध्वनि
सुबह 8:30 बजे शृंगार के दर्शन खुले और सभी झांकियों का आयोजन निरंतर चलता रहा। शाम 7:30 बजे उद्यापन के दर्शन हुए। जिनके बाद रात 10:00 बजे जागरण की झांकी सजाई गई। रात्रि 11:45 बजे ठाकुरजी का पंचांग अभिषेक हुआ और ठीक 12 बजते ही मंदिर में घंटे-घड़ियाल की ध्वनि गूंज उठी। इस बीच 'नंद के आनंद भये, जय कन्हैया लाल की' की धुन से मंदिर परिसर गूंज उठा।

जन्माष्टमी पर विशेष मंगला आरती की पाबंदियाँ
वहीं ठाकुर श्री बांकेबिहारी जी मंदिर में मंगलवार को जन्माष्टमी का पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा। इस अवसर पर मध्यरात्रि के बाद मंदिर में विशेष मंगला आरती का आयोजन किया जाएगा। इस बार की मंगला आरती के लिए मंदिर में प्रवेश की संख्या को हाईकोर्ट के आदेश पर सीमित कर दिया गया है। केवल 600 भक्तों को ही इस आरती में शामिल होने की अनुमति दी जाएगी। जिसमें सेवायतों की संख्या भी शामिल है। 

600 भक्तों को ही मंदिर में मिलेगा प्रवेश
प्रवेश पासधारकों को ही मंदिर में प्रवेश मिलेगा और 600 भक्तों की संख्या पूरी होते ही द्वार बंद कर दिए जाएंगे। हाईकोर्ट के आदेश का पालन करते हुए पुलिस और प्रशासन ने पास जारी करने की व्यवस्था की है। हालांकि, पासों के बंटवारे को लेकर सेवायतों और प्रशासन-पुलिस के बीच समन्वय की कमी देखी जा रही है, जिससे कुछ असुविधाएँ उत्पन्न हो रही हैं।

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