Aligarh News :  डिजिटल हाजिरी के विरोध में शिक्षक 22 जुलाई को लखनऊ में करेंगे प्रदर्शन

UPT | शिक्षकों ने बनाई रणनीति।

Jul 14, 2024 02:07

अलीगढ़ में उत्तर प्रदेश जूनियर शिक्षक संघ ने डिजिटल रजिस्टर और ऑनलाइन हाजिरी के विरोध में शिक्षक 22 जुलाई को लखनऊ में निदेशालय पर धरना प्रदर्शन करेंगे।

Aligarh News : अलीगढ़ में उत्तर प्रदेश जूनियर शिक्षक संघ ने डिजिटल रजिस्टर और ऑनलाइन हाजिरी के विरोध में शिक्षक 22 जुलाई को लखनऊ में निदेशालय पर धरना प्रदर्शन करेंगे। कई जिलों में वेतन रोकने और बीईओ द्वारा जबरदस्ती डिजिटल उपस्थित कराने का शिक्षक विरोध कर रहे हैं। शनिवार को महाजन होटल में उत्तर प्रदेश जूनियर शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष प्रशांत शर्मा ने बताया कि किसी भी तरह तानाशाही आदेश को चलने नहीं देंगे, चाहे हमारा वेतन रोकें, निलंबित करें या बर्खास्त करें।  शिक्षकों ने सरकार के फैसले के विरोध की मुकम्मल तैयारी कर लिया है। वहीं, परिषदीय स्कूलों में बीईओ द्वारा डिजिटल अटेंडेंस लगाने का जबरदस्ती प्रेशर डाला गया तो जूनियर शिक्षक संघ पूरी तरीके से विरोध करेगा। 

सरकार शिक्षकों की पीड़ा और समस्या को सुनें
शिक्षक नेता प्रशांत शर्मा ने बताया कि हमारा 8 जुलाई से लेकर 13 जुलाई तक स्कूलों में शांतिपूर्वक बच्चों को पढ़ाते हुए काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज कराया है। 15 जुलाई को जिलाधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन देंगे। उसके बाद भी अगर सरकार नहीं सुनती है तो 22 जुलाई को लखनऊ में निदेशालय पर तब तक धरना प्रदर्शन करेंगे, जब तक सरकार आदेश वापस नहीं लेती है। उन्होंने बताया कि शिक्षक सीएल लेकर विरोध प्रदर्शन जताएगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश का साढे़ छह लाख परिषदीय शिक्षक डिजिटल हाजिरी का विरोध कर रहा है, क्योंकि हमको बुनियादी सुविधाएं नहीं दी जा रही है। हम किस तरीके से इस आदेश को मानें, शिक्षकों ने आदेश को मानने से मना नहीं किया, लेकिन हमारी पीड़ा, समस्या को सरकार सुनें।

डिजिटल हाजिरी को लेकर शिक्षकों की है समस्याएं
महिला शिक्षक संघ की मंडल अध्यक्ष योगेश्वरी सिंह ने कहा कि हम लोग टाइम से स्कूल पहुंच रहे हैं, लेकिन डिजिटल हाजिरी का इसलिए विरोध कर रहे हैं क्योंकि हमारी बहुत सी मांगे सरकार ने पूरी नहीं की है। सरकार का जब भी मन होता है वह स्वेच्छा से जो भी चीज कराना चाहती है, वह करती है जबकि इसके इंप्लीमेंट को लेकर बहुत सारी समस्याएं होती हैं। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन अटेंडेंस देने को हम तैयार है, लेकिन दूर दराज इलाके के दुर्गम रास्ते हैं। हम समय से निकलते हैं, रास्ते में कोई आपदा होती है और एक मिनट लेट होते हैं तो उस दिन का वेतन काट लिया जाएगा। इन विषम परिस्थितियों में हमारे पास कुछ नहीं है, क्योंकि हमारी सीएल या राज्य कर्मचारी का दर्जा और ईएल को बढ़ाने की मांग है। अगर सरकार हमारी मांगे मानती है तो हम डिजिटल अटेंडेंस देने को तैयार हैं। 

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