8वां दीपोत्सव : 28 लाख दीयों का एक साथ होगा प्रज्ज्वलन, अवध विश्वविद्यालय प्रशासन तेजी से तैयारी में जुटा

UPT | अवध यूनिवर्सिटी में दीपोत्सव का प्रशिक्षण दिया गया।

Oct 15, 2024 16:53

अयोध्या दीपोत्सव को अविस्मरणीय व ऐतिहासिक बनाने में डॉ राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय प्रशासन तेजी से जुटा है। इस बार 28 लाख दीयों का प्रज्ज्वलन एक साथ किया जाएगा। इसके लिए 37 इंटर कालेजों के प्राचार्य व प्रतिनिधियों को विश्वविद्यालय प्रशासन प्रशिक्षित कर रहा है।

Ayodhya News :  अयोध्या दीपोत्सव को अविस्मरणीय व ऐतिहासिक बनाने में डॉ राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय प्रशासन तेजी से लगा है। इस बार आठवां दीपोत्सव 28 लाख दीयों के एक साथ प्रज्ज्वलन से विश्व कीर्तिमान के शिखर पर होगा। इसके लिए 37 इंटर कालेजों के प्राचार्य व प्रतिनिधियों को विश्वविद्यालय प्रशासन प्रशिक्षित कर रहा है, क्योंकि अवध विश्वविद्यालय प्रशासन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशानुरूप रामनगरी के आठवें दीपोत्सव को एतिहासिक बनाने के लिए पूरे सामर्थ्य से लगा है।

विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. प्रतिभा गोयल के निर्देश पर कौटिल्य प्रशासनिक भवन के सभागार में इण्टर कालेजों के प्राचार्यो एवं प्रतिनिधियों को पीपीटी एवं वीडियो के माध्यम से प्रशिक्षित किया है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में दीपोत्सव नोडल समन्वयक प्रो. संत शरण मिश्र ने  मंगलवार को बताया कि उत्तर प्रदेश शासन व जिला प्रशासन के समन्वय में विश्वविद्यालय का आठवां दीपोत्सव भव्य होगा। राम पैड़ी के 55 घाटों पर 25 लाख दीये प्रज्ज्वलित किए जायेंगे, जिसके लिए घाटों पर 28 लाख दीये सजाए जाएंगे। 

घाटों पर दीये बिछाने, जलाने का कार्य करेंगे 30 हजार स्वयंसेवक
प्रो. मिश्र ने बताया कि दीपोत्सव के विश्व कीर्तिमान के लिए विवि परिसर सहित 14 महाविद्यालय, 37 इण्टर कालेज, 40 एनजीओ के 30 हजार स्वयेसवक लगाए जाएंगे। सभी घाटों के मैपिंग का कार्य सम्पन्न किया जा चुका है। 20 अक्टूबर तक मार्किंग का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्राचार्यो एवं प्रतिनिधियों को बताया गया कि राम की पैड़ी के सभी घाटों पर 16 गुणे 16 ब्लाक में 30 एमएल दीये में 30 एमएल सरसों तेल का इस्तेमाल किया जाएगा। इसके लिए स्वयंसेवकों को एक लीटर का बोतल दिया जायेगा।

25 अक्टूबर से घाटों पर बिछाएंगे दीये, 29 को होगी दीयों की गिनती 
समन्वयक प्रो. मिश्र ने बताया कि घाट प्रभारी की देखरेख में बड़ी सावधानी से दीये में तेल डालेंगे। उन्होंने बताया कि दीपोत्सव में सहभागिता के लिए पंजीकरण का कार्य पूरा कर गया है। लिया जायेगा। 20 अक्टूबर से स्वयंसेवकों का आईकार्ड का वितरण शुरू कर दिया जाएगा। 24 अक्टूबर से घाटों पर सामग्री पहुंचाने व 25 अक्टूबर से स्वयंसेवकों द्वारा घाटों पर दीये लगाने का कार्य शुरू कर दिया जायेगा। 29 अक्टूबर से घाटो पर लगे दीयों की गणना होगी। वही 30 अक्टूबर को घाटों पर लगे दीयों में बाती, तेल डालना व प्रज्ज्वलन करके विश्व रिकार्ड बनायेंगे। बताया कि प्रशिक्षण में डाॅ. अनुराग सोनी व डाॅ. संदीप रावत ने पीपीटी के माध्यम से घाटों की मार्किंग, दीयों को बिछाना, बाती लगाना, दीपों में बोतल से तेल डालना, खाली तेल के बोतल को गत्ते में डालना, दीपो को तय समय पर जलाना व अनुशासन में रहते हुए दीपोत्सव स्थल छोड़ने का प्रशिक्षण दिया। इस प्रशिक्षण में इण्टर कालेज के नोडल डाॅ. बंसत कुमार, इंजीनियर अंकित श्रीवास्तव सहित इण्टर कालेजों के प्राचार्याें एव प्रतिनिधि मौजूद रहे। 

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