राम मंदिर निर्माण : नृपेंद्र मिश्र बोले-लक्ष्य से दो महीने बिलंब से पूरा हो पाएगा शिखर निर्माण कार्य

UPT | राम मंदिर निर्माण समिति अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र

Sep 13, 2024 18:40

राम मंदिर निर्माण कार्य में तेजी लाने का प्रयास किया गया है। फिर भी विभिन्न वजहों से लक्ष्य से करीब दो माह लेट पूरा हो पाएगा

Short Highlights
  • सप्तर्षि मूर्तियों की स्थापना दिसंबर 2024 तक संभव
  • राम मंदिर परिसर का कार्य 30 जून 2025 तक हो जाएगा पूरा
  • सिर्फ मंदिर के भवन पर ही लगाई जाएगी फसाड लाइटिंग

Ayodhya News  राम मंदिर निर्माण कार्य में तेजी लाने का प्रयास किया गया है। फिर भी विभिन्न वजहों से लक्ष्य से करीब दो माह लेट पूरा हो पाएगा। मुख्य कार्य मन्दिर का शिखर होता है जिसका निर्माण अक्टूबर प्रथम सप्ताह में इंजीनियरों की टीम की मौजूदगी में शुरू हो जाएगा। फिलहाल जिस गति से रामलला का मंदिर बन रहा है उसे देखते हुए कहा जा सकता है कि अब वह दिन दूर नहीं जब संपूर्ण मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा। और श्रद्धालुओं को पूरा मन्दिर देखने को मिलेगा। राम मंदिर निर्माण का प्रथम तल का निर्माण नवंबर तक पूरा हो जाएगा। यह जानकारी अयोध्या में निर्माण समिति की बैठक के बाद अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने दी है।

उन्होंने बताया कि राम मंदिर परिसर में प्रभु राम के अलावा कई और ऋषि महापुरुषों के साथ देवी-देवताओं के मंदिर का निर्माण किया जा रहा है। जिसमें महर्षि वाल्मीकि, महर्षि अगस्त, महर्षि विश्वामित्र, माता अन्नपूर्णा, अहिल्या देवी, निषाद राज, माता शबरी के मंदिर मुख्य हैं। इसके अलावा राम मंदिर परिसर में राम दरबार की स्थापना की जाएगी।

राम मंदिर के शिखर का निर्माण फरवरी 2025 तक होगा पूरा 
राम मंदिर निर्माण समिति की दूसरे दिन की बैठक के बाद पत्रकारों के पूछे जाने पर मन्दिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि शिखर के निर्माण में अनुमानित लगभग 120 दिन लगेंगे। हमारा लक्ष्य दिसंबर तक था लेकिन वह संभव नहीं हो पा रहा है। शिखर का निर्माण फरवरी 2025 तक पूरा होगा। परिसर में बन रहे सप्त मंदिर की मूर्तियां जयपुर में बन रही है। ऋषि मुनियों की मूर्तियां उसकी स्थापना यहां पर हो यह कार्य दिसंबर 2024 तक पूर्ण हो जाएगा। राम मंदिर परिसर का कार्य 30 जून 2025 तक पूरा हो जाएगा। मंदिर का भवन फसाड लाइट से सुसज्जित होगा। परिसर में इस प्रकार की लाइटिंग नहीं होगी। केवल मंदिर के भवन पर ही फसाड लाइटिंग लगाई जाएगी। मंदिर के वातावरण के अनुकूल ही लाइट लगाई जाएगी, जो श्रद्धा का अर्चना का वातावरण है जो श्रद्धालु चाहते हैं उसके अनुकूल ही फसाड लाइटिंग लगाई जाएगी। फसाड लाइट का टेंडर संभवत नवंबर के अंत तक हो जाएगा।

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