गोंडा में बाढ़ ने मचाया तांडव : घाघरा नदी के बढ़ते जलस्तर से प्रभावित हुए गांव, राहत कार्य जारी

UPT | बाढ़ से कई गांव प्रभावित हैं।

Aug 26, 2024 00:52

नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि के चलते निचले इलाकों में जल भराव हो गया है। ग्रामीणों को नावों का सहारा लेकर ऊंचे स्थानों पर जाना पड़ रहा है। प्रशासन द्वारा बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत सामग्री और लंच पैकेट वितरित किए ...

Gonda News : गोंडा जिले में घाघरा नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि के कारण बाढ़ ने व्यापक तबाही मचाई है। तरबगंज तहसील क्षेत्र के कई गांवों में बाढ़ का पानी घरों में घुस गया है, जिससे स्थानीय निवासियों को जीवन यापन में गंभीर कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। बाढ़ की वजह से गांवों के संपर्क मार्गों पर भी पानी भर गया है, जिससे लोगों की आवाजाही प्रभावित हुई है। 

बाढ़ से प्रभावित इलाकों में हालत खराब 
नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि के चलते निचले इलाकों में जल भराव हो गया है। ग्रामीणों को नावों का सहारा लेकर ऊंचे स्थानों पर जाना पड़ रहा है। प्रशासन द्वारा बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत सामग्री और लंच पैकेट वितरित किए जा रहे हैं ताकि लोगों को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। 

जलस्तर की स्थिति और राहत कार्य
घाघरा नदी में पिछले 6 घंटे के भीतर 6 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जिससे नदी का जलस्तर और बढ़ सकता है। ताजा आंकड़ों के अनुसार, घाघरा नदी अब खतरे के निशान से 45 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। गिरजा, शारदा और सरयू बैराजों से लगातार पानी छोड़े जाने के कारण बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है।



प्रशासन की पहल और राहत प्रयास
गोंडा जिला प्रशासन ने बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत सामग्री की व्यवस्था की है। अब तक 6745 राहत किट और 24366 लंच पैकेट वितरित किए गए हैं, साथ ही 26863 क्लोरीन की गोलियां भी प्रदान की गई हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा 6512 रोगियों का उपचार किया गया है और पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था की जा रही है।

प्रशासन की निगरानी और स्थिति की समीक्षा 
अपर जिला अधिकारी आलोक कुमार ने बताया कि बाढ़ प्रभावित गांवों में लोगों को ऊंचे स्थानों पर जाने के लिए नाव और अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं की गई हैं। बाढ़ की स्थिति पर लगातार निगरानी रखी जा रही है और राहत कार्यों को तेज़ी से पूरा किया जा रहा है। प्रशासन का कहना है कि स्थिति नियंत्रण में है और किसी प्रकार की गंभीर दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ रहा है।

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