अर्पित उपाध्याय 2018 बैच के आईएएस अफसर हैं। इससे पहले वह असम-मेघालय संवर्ग में थे। अब उनका कैडर बदला गया है।
Lucknow News: उत्तर प्रदेश में एक और आईएएस अफसर की एंट्री हो गई है। असम-मेघालय संवर्ग के वर्ष 2018 बैच के आईएएस अफसर अर्पित उपाध्याय को यूपी कैडर में स्थानांतरित कर दिया गया है।
राज्यों की सहमति से बदला गया कैडर
भारतीय प्रशासनिक सेवा (संवर्ग) नियम, 1954 के नियम 5 के उप-नियम (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए तथा असम, मेघालय और उत्तर प्रदेश की राज्य सरकारों की सहमति से केंद्र सरकार ने अर्पित उपाध्याय का असम-मेघालय संवर्ग से उत्तर प्रदेश संवर्ग में तबादला किया है। आईएएस अफसर अर्पित उपाध्याय की पत्नी कृतिका शुक्ला 2022 बैच की यूपी कैडर की आईपीएस अफसर हैं। इसी आधार पर अर्पित उपाध्याय को यूपी कैडर में ट्रासंफर किया गया है।
यूपी में 2018 बैच के अब 30 आईएएस अफसर
उत्तर प्रदेश में पहले से ही 2018 बैच के 29 आईएएस अफसर हैं। अब अर्पित उपाध्याय के आने से इनकी संख्या 30 हो गई है। अभी मुख्य विकास अधिकारी से लेकर नगर आयुक्त बनने के लिए आईएएस अधिकारियों को मशक्कत करनी पड़ती है। अब आने वाले दिनों में जिलाधिकारी बनने के लिए भी उन्हें कोशिश करनी होगी।
कैडर में इस आधार पर किया जा सकता है बदलाव
एक आईएएस अफसर शादी के बाद अपने पति-पत्नी के कैडर में नौकरी के लिए अप्लाई कर सकता है।
जब शादी के बाद इंटर कैडर ट्रांसफर का अनुरोध किया जाता है तो ये जरूरी है कि संबंधित राज्य उस अफसर को अपने यहां लाने के लिए तैयार हो।
इंटर कैडर ट्रांसफर सिर्फ तभी मुमकिन है जब पति व पत्नी दोनों ही आईएएस अफसर हों।
शादी के आधार पर इंटर कैडर ट्रांसफर को मंजूरी देने की शक्ति कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) के सचिव को सौंपी गई है। कुछ विशेष मामलों में यह अनुरोध कैबिनेट की नियुक्ति समिति को भेजा जाता है।
नियमों के मुताबिक अगर पति-पत्नी दो अलग-अलग अखिल भारतीय सेवाओं से संबंधित हैं, जिनमें से एक आईएएस है तो इस मामले पर डीओपीटी में कार्रवाई की जाएगी। लेकिन, अगर एक आईपीएस का है और दूसरा भारतीय पुलिस सेवा का है तो इस मामले पर गृह मंत्रालय विचार करेगा।