कायाकल्प पुरस्कार : एक दिन में एक साथ 125 अस्पतालों का मूल्यांकन, जानें क्यों है खास

UPT | kayakalp award

Jul 15, 2024 19:31

कायाकल्प पुरस्कार केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की पहल है जिसे देश में सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं में स्वच्छता, सफाई और संक्रमण प्रबंधन सुनिश्चित करने के लिए मई 2014 में शुरू किया गया था।

Short Highlights
  • यूपी के इतिहास में पहली बार हुआ इतनी बड़ी संख्या में एक साथ इतने अस्पतालों का एसेसमेंट
  • कायाकल्प अवार्ड पाने की प्रक्रिया के तहत हुआ इन चिकित्सालयों का मूल्यांकन
Lucknow News : कायाकल्प पुरस्कार के लिए प्रदेश में पहली बार एक दिन में एक साथ 125 सरकारी अस्पतालों का मूल्यांकन हुआ है। हर अस्पताल के मूल्यांकन के लिए दो-दो असेसर नियुक्त किए गए थे। अब योग्य अस्पतालों का बाहरी मूल्यांकन किया जाएगा और फिर उन्हें कायाकल्प अवार्ड मिलेगा। 

तीन चरण में होता है मूल्यांकन
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के महाप्रबंधक डॉ. निशांत जायसवाल के अनुसार कायाकल्प अवार्ड पाने के लिए किसी सरकारी अस्पताल को तीन चरण के मूल्यांकन से गुजरना होता है। पहला चरण- इंटरनल एसेसमेंट, दूसरा चरण- पियर एसेसमेंट और तीसरा- एक्सटर्नल एसेसमेंट। ये 125 अस्पताल पहले चरण को पार कर चुके हैं। दूसरे चरण यानि पीयर एसेसमेंट का बारी कल थी। मिशन निदेशक डॉ पिंकी जोवल के निर्देश पर प्रदेश के 75 जनपदों के 125 अस्पतालों ने एक ही दिन एक साथ मूल्यांकन कराया। इनमें जिला महिला अस्पताल भी शामिल हैं। महाप्रबंधक डॉ निशांत जायसवाल ने बताया कि दूसरा चरण पास करने पर इन सभी अस्पतालों को एक्सटर्नल एसेसमेंट से गुजरना पड़ेगा। उसके बाद इनको कायाकल्प अवार्ड मिल जाएगा। 

ये जनपद रहे शामिल 
जिन जिलों में एसेसमेंट हुआ उनमें लखनऊ, आगरा, आजमगढ़, अयोध्या, अमेठी, अंबेडकरनगर, अमरोहा, औरेया, झांसी, जालौन, सीतापुर, उन्नाव, रायबरेली, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली, भदोही, प्रयागराज, गोरखपुर, महराजगंज, बस्ती, संतकबीरनगर, बलरामपुर, गोण्डा, श्रावस्ती, अलीगढ़, हाथरस, चंदौली, चित्रकूट, कासगंज, बरेली, बदायूं, बुलंदशहर, हमीरपुर, बांदा, रामपुर, मुरादाबाद, इटावा, जौनपुर, हापुड़, हरदोई, फिरोजाबाद, जीबीनगर, फरुखाबाद, कन्नौज, संभल, गाजियाबाद, कानपुर, बागपत, मथुरा, महोबाद, मैनपुरी, मऊ, मेरठ, वाराणसी, बाराबंकी, बलिया शामिल हैं। 

क्या है कायाकल्प
कायाकल्प पुरस्कार केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की पहल है जिसे देश में सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं में स्वच्छता, सफाई और संक्रमण प्रबंधन सुनिश्चित करने के लिए मई 2014 में शुरू किया गया था। यह एक ऐसी सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं को मान्यता देने और प्रोत्साहित करने की राष्ट्रीय पहल है जो स्वच्छता, सफाई व संक्रमण नियंत्रण के उच्च स्तर को प्रदर्शित करती है।

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