Raebareli News : रायबरेली एमसीएफ फोर्ज्ड व्हील प्लांट ने आत्मनिर्भर भारत की ओर लगाई बड़ी छलांग

UPT | फेक्ट्री में बनता है फॉर्ज्ड व्हील।

Oct 26, 2024 18:01

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के सपने को पूरा करने के लिए रायबरेली के लालगंज में बनाया गया है एमसीएफ फोर्ज्ड व्हील प्लांट अग्रसर है। लालगंज...

Raebareli News : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के सपने को पूरा करने के लिए रायबरेली के लालगंज में बनाया गया है एमसीएफ फोर्ज्ड व्हील प्लांट अग्रसर है। लालगंज में आधुनिक रेल डिब्बा कारखाना में तत्कालीन कांग्रेस की सांसद सोनिया गांधी ने 8 अक्टूबर, 2013 को रेल पहिया कारखाना का शिलान्यास किया था। 



आठ वर्ष में 75 रेल पहिये बनाए
फैक्ट्री की शुरुआत हुई तो दावा किया गया था कि 2017-18 से यहां हर वर्ष एक लाख रेल पहिये बनाए जाएंगे। इसके निर्माण में जर्मन तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। और दावा किया गया कि इसके बाद रेल पहिया निर्माण करने वाली देश की सबसे बड़ी इकाई बन जाएगी। बताया जाता है कि शुरुआती आठ वर्ष में यहां सिर्फ 75 रेल पहिये बनाए जा सके। यहां आशा के अनुरूप उत्पादन नहीं हो सका। जबकि रेल पहिया कारखाना 50 एकड़ में बनाया गया था और इसके निर्माण में तब 1683 करोड़ रुपये आंवटित भी किये गए थे।

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आत्मनिर्भर बनने की तरफ बढ़ाया कदम
आरेडिका के महाप्रबंधक प्रशांत कुमार मिश्रा ने कहा कि 1 अप्रैल 2024 को भारतीय रेलवे ने फोर्ज्ड व्हील प्लांट का अधिग्रहण कर लिया है। यह देश के आत्मनिर्भर बनने की तरफ बढ़ाया हुआ एक कदम है। इससे पहले देश में जब फोर्ज्ड व्हील की जरूरत पड़ती थी तब हमें चीन, रूस अन्य यूरोपियन कंट्री से इसे मंगवाना पड़ता था। 

एमसीएफ के साथ में एक एक्शन प्लान बनाया
उन्होंने कहा कि भारत सरकार इस प्लांट को चलाने का नेतृत्व भारतीय रेल की एमसीएफ को चुना गया। यह एक चुनौती भरा कार्य था। जिसे भारतीय रेलवे ने एमसीएफ के साथ में एक एक्शन प्लान बनाया गया। किन-किन क्षेत्रों को मजबूत किया जाएगा, क्या तकनीक रहेगी, इसका कैसे मेंटेनेंस करना होगा, आउटपुट की जो समस्या है उसको कैसे डील किया जाएगा। यह प्लांट बहुत ही अत्याधुनिक और स्टेट ऑफ द आर्ट प्लांट है। पूरी दुनिया में बहुत कम ऐसे प्लांट है जो फुली ऑटोमेटिक है। 

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500 से अधिक लोगों को रोजगार दिया
उन्होंने कहा कि हम लोगों ने पिछले 6 महीने में इसके प्रोडक्शन पर काम किया। 75% से ज्यादा इसका प्रोडक्शन हमने 2023-24 के मुकाबले हम दे पाए हैं। यह हम लोगों के लिए काफी संतोषजनक रहा है। हम लोग कोशिश कर रहे हैं कि सालाना उत्पादन 35 हजार से अधिक रेल फोर्ज्ड व्हील इस वर्ष बनाने की दिशा में आगे बढ़े हैं। इसके लिए हम लगातार प्रयासरत हैं। मेक इन इंडिया की तरफ भी यह एक बड़ा कदम है। कारखाना में  500 से अधिक लोगों को रोजगार दिया है। इतने सारे लोगों को हमने से जोड़ा है। इसमें टेक्नीशियन, इंजीनियर भारतीय सेना के रिटायर टेक्नीशियन को भी जोड़ा है। सबके सहयोग से कारखाने को हम बेहतर रूप से चलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं । आने वाले समय में आप देखेंगे कि हमारी विश्व स्तर पर यह एक अलग छवि बनेगी।

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