चिनहट में पुलिस कस्टडी में युवक की मौत : मृतक के भाई का आरोप-मोहित पानी मांगता रहा, लेकिन किसी ने नहीं सुनी, तड़पकर तोड़ दिया दम

UPT | मृतक मोहित पांडेय।

Oct 26, 2024 21:19

चिनहट थाने में पुलिस हिरासत में एक युवक की तबीयत बिगड़ने पर उसे अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टर से उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक के परिजनों ने पुलिस पर हत्या का आरोप लगाया है।

Lucknow News : पुलिस कस्टडी में विकासनगर के दलित युवक की मौत का मामला अभी पूरी तरह से शांत भी नहीं हुआ कि ऐसी ही एक और घटना सामने आ गई। चिनहट थाने में पुलिस हिरासत में एक युवक की तबीयत बिगड़ने पर उसे अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टर से उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक के परिजनों ने पुलिस पर हत्या का आरोप लगाया है।

परिजनों ने किया हंगामा
चिनहट में शुक्रवार रात पुलिस देवा रोड के अपट्रान इलाके में रहने वाले दो भाइयों मोहित पांडेय और शोभाराम पांडेय को एक झगड़े के मामले में उनके घर से हिरासत में लेकर कोतवाली ले आई। शनिवार सुबह मोहित पांडेय (32 वर्ष) की कोतवाली में तबीयत बिगड़ गई। युवक की हालत बिगड़ते ही पुलिस कर्मियों में अफरा-तफरी मच गयी। आनन-फानन उसे इलाज के लिए लोहिया अस्पताल ले जाया गया। जहां चिकित्सक ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। युवक की मौत की जानकारी मिलते ही परिजन मौके पर पहुंच गए और जमकर हंगामा किया। परिजनों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। परिजनों का कहना है कि पुलिस की पिटाई से मोहित की मौत हुई है।

पानी मांग रहा था भाई, लेकिन किसी ने नहीं सुनी
भाई शोभाराम पांडेय ने बताया कि हवालात में रात को भाई की तबीयत खराब हो गई। हमने दरवाजा खोलने के लिए कहा तो पुलिसवालों ने गाली दी, लेकिन दरवाजा नहीं खोला। अंदर बहुत अधिक गंदगी थी। भाई का पेट दर्द हो रहा था। उसे लैट्रिन जाना था। फिर भी किसी ने दरवाजा नहीं खोला। हम चीखते रहे, लेकिन किसी ने बात नहीं सुनी। शोभाराम ने बताया कि लॉकअप में भाई ने मुझसे बताया था कि उसे पीटा गया है। काफी टॉर्चर किया गया है। उसे प्यास लगा थी। वह पानी मांग रहा था। लेकिन किसी ने उसे पानी नहीं पिलाया। इसके बाद तड़पकर हमारे की भाई की मौत हो गई।   


अमन की मौत मामले में सरकार से मांगा जवाब
विकासनगर सेक्टर-8 में अंबेडकर पार्क में 11 अक्टूबर की रात जुआ खेले जाने की सूचना पर पुलिस की टीम पहुंची थी। मौके से पुलिस ने 25 वर्षीय दलित युवक अमन कुमार गौतम और उसके साथी को पकड़ा था और थाने लेकर आई थी। तभी अमन बेसुध हो गया था। अस्पताल लाने पर चिकित्सक ने अमन को मृत घोषित कर दिया था। परिवारीजन ने पुलिस की पिटाई से अमन की मौत का आरोप लगाया था। उधर, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हार्ट अटैक से मौत होने की बात सामने आई थी। इस मामले में चार पुलिस कर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। इसके बाद मामला कोर्ट में पहुंचा। हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ ने अमन की मौत के मामले में राज्य सरकार से तीन हफ्ते में जवाब मांगा है। न्यायमूर्ति विवेक चौधरी और न्यायमूर्ति ओम प्रकाश शुक्ल की खंडपीठ ने अमन की पत्नी और बहन की याचिका पर यह निर्णय दिया।

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