ऑथर Sanjay Singh

Lucknow News : श्रीराम औद्योगिक अनाथालय की घटना के बाद संरक्षण गृहों की सुरक्षा होगी सख्त, बाहर से वापसी पर कड़ी जांच

UPT | श्रीराम औद्योगिक अनाथालय

Oct 22, 2024 19:33

सरकारी बालिका संरक्षण गृहों की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए कई अहम कदम उठाए जा रहे हैं। अब बालिकाओं के इलाज या मेडिकल परीक्षण के लिए बाहर जाने के बाद वापसी पर उनकी कड़ी जांच की जाएगी। इसके लिए हैंड-हेल्ड मेटल डिटेक्टर का उपयोग करने के निर्देश दिए गए हैं।

Lucknow News : अलीगंज स्थित श्रीराम औद्योगिक अनाथालय से नौ बालिकाओं के भागने की घटना के बाद सभी सरकारी बालिका संरक्षण गृहों की सुरक्षा व्यवस्था को और सुदृढ़ किया जा रहा है। सुरक्षा को लेकर अब नए सिरे से निर्देश दिए गए हैं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं हो। राजधानी में हुई इस घटना को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। इससे पहले भी इस अनाथालय सहित प्रदेश के अन्य संरक्षण गृहों से फरार होने के कई मामले सामने आ चुके हैं। जांच पड़ताल के दौरान हर बार कर्मचारियों की लापरवाही से लेकर अन्य खामियां पाई गईं। ऐसे में इस बार हुई घटना के बाद प्रशासन सख्त कदम उठाने की तैयारी में है। वहीं सुरक्षा व्यवस्था भी मजबूत की जाएगी। 

सुरक्षा व्यवस्था में होंगे बड़े बदलाव
सरकारी बालिका संरक्षण गृहों की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए कई अहम कदम उठाए जा रहे हैं। अब बालिकाओं के इलाज या मेडिकल परीक्षण के लिए बाहर जाने के बाद वापसी पर उनकी कड़ी जांच की जाएगी। इसके लिए हैंड-हेल्ड मेटल डिटेक्टर का उपयोग करने के निर्देश दिए गए हैं, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि बालिकाएं बाहर से कोई खतरनाक उपकरण लेकर न आएं।

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खिड़कियों और दरवाजों की सुरक्षा होगी दुरुस्त
श्रीराम औद्योगिक अनाथालय से भागने वाली नौ बालिकाओं ने खिड़की की ग्रिल को लोहा काटने वाली आरी से काटकर भागने की योजना बनाई थी। जांच में पाया गया कि यह आरी बाहर से किसी ने मुहैया कराई थी। इसे ध्यान में रखते हुए, अब देवपुर पारा और मोतीनगर बालिका संरक्षण गृहों में खिड़कियों, दरवाजों और बाउंड्रीवाल की सुरक्षा को दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए हैं।

संवासिनियों का किया गया स्थानांतरण
इसके साथ ही श्रीराम औद्योगिक अनाथालय से नौ संवासिनियों के भागने के मामले में डीएम सूर्यपाल गंगवार जांच के आदेश दे चुके हैं। अनाथालय के अधीक्षक और तीन अन्य कर्मचारियों को बर्खास्त करने की सिफारिश की गई है। जांच में इन पर सुरक्षा में लापरवाही की पुष्टि हुई है। इस घटना के बाद अनाथालय की संवासिनियों को अन्य स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो। जिला प्रशासन ने अनाथालय की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा शुरू कर दी है और इसमें सुधार के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं।

अनाथालय को वृद्धाश्रम में बदलने का प्रस्ताव
जिला प्रशासन ने अनाथालय को वृद्धाश्रम में बदलने का प्रस्ताव रखा है। इसके तहत, अनाथालय की संरचना को बदला जाएगा और इसे बुजुर्गों के लिए सुरक्षित आश्रय के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके लिए आवश्यक प्रक्रियाएं शुरू कर दी गई हैं, और जल्द ही इसका पुनर्गठन होगा। अनाथालय की सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी के लिए 15 सदस्यीय कमेटी का पुनर्गठन किया जा रहा है। वर्तमान में डीएम इसके चेयरमैन हैं, लेकिन अब एसडीएम को इस कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया जाएगा। इसके साथ ही, सुरक्षा की समय-समय पर समीक्षा की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हो।

वृद्धाश्रम में मिलेंगी बेहतर सुविधाएं 
अनाथालय को वृद्धाश्रम में बदलने की योजना के तहत बुजुर्गों के लिए बेहतर सुविधाएं और देखभाल सुनिश्चित की जाएगी। यहां पर सुरक्षा, चिकित्सा सुविधाएं, और अन्य आवश्यक सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी, जिससे बुजुर्गों को एक सुरक्षित और सुखद वातावरण मिल सके।
 

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