सियासी घमासान : तेरे- मेरे बाप पर आई उत्तर प्रदेश की राजनीति, शब्दों में दिखा सपा का अंतर्कलह

UPT | अखिलेश यादव

Jun 25, 2024 16:46

दरअसल मेरठ में गठबंधन प्रत्याशी रही पूर्व मेयर सुनीता वर्मा की हार के बाद उनके पति पूर्व एमएलए योगेश वर्मा ने अतुल प्रधान का नाम लिए बिना उनपर निशाना साधा...

Meerut News: उत्तर प्रदेश के कुछ नेता बयानबाजी में शब्दों की गरिमा भूल कर, राजनीति का स्तर गिराते जा रहे हैं। बीते दिनों पश्चिमी यूपी में बीजेपी के पूर्व केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान और संगीत सोम का मामला जहां तुल पकड़ा था, वहीं अब समाजवादी पार्टी में चल रही अंतर्कलह भी सामने आ गई है।

दरअसल मेरठ में गठबंधन प्रत्याशी रही पूर्व मेयर सुनीता वर्मा की हार के बाद उनके पति पूर्व एमएलए योगेश वर्मा ने अतुल प्रधान का नाम लिए बिना उनपर निशाना साधा। यह आरोप कहीं किसी चैनल को दिए इंटरव्यू में या मीडिया बाइट में नहीं लगाए गए बल्कि बकायदा फेसबुक पेज पर लाइव आकार अतुल प्रधान पर बड़े आरोप लगाए।

पत्नी की हार का गुस्सा आया बाहर
बता दें कि पूर्व एमएलए योगेश वर्मा की पत्नी सुनीता वर्मा मेरठ में बीजेपी प्रत्याशी अरुण गोविल से चुनाव हार गईं। नतीजों के 18 दिन बाद पूर्व एमएलए योगेश वर्मा का गुस्सा बाहर आया। सपा विधायक अतुल प्रधान का नाम तो नहीं लिया लेकिन कहा कि पिछले चुनाव में एक सवा लाख वोट ही ले पाए और तीसरे नंबर पर आ गए, जबकि योगेश वर्मा यानी उनकी पत्नी को लोकसभा चुनाव में करीब पांच लाख 36 हजार वोट मिली। मैं इतने लोगों के दिलों पर राज करता हूं, जबकि वो अपनी स्थिति देखें।

यह सियासी घमासान का कारण भी दिलचस्प है, यह लड़ाई पत्नी को मिली हार को लेकर हो रही है। बता दें कि सपा एमएलए अतुल प्रधान की पत्नी सीमा प्रधान ने मेरठ से महापौर का चुनाव लडा था और वो चुनाव ही नहीं हारी बल्कि तीसरे स्थान पर रही थीं। बीजेपी के हरिकांत अहलूवालिया चुनाव जीते थे और एआईएमआईएम के मोहम्मद अनस दूसरे नंबर पर रहे थे। अतुल प्रधान तो पत्नी की हार को हजम कर गए लेकिन योगेश वर्मा अपना भड़ास दबा नहीं पाए और फेसबुक पर लाइव आकर बे-मतलब निशाना साधने लगे।

तुम्हारे बाप में दम हो तो- योगेश वर्मा
अखिलेश यादव के बेहद खास पूर्व एमएलए योगेश वर्मा बेहद ही गर्म मिजाज में नजर आए। बिना नाम लिए जितना कह सकते थे,  कह गए। कहा कि रही बात खरीद फरोख्त की तो योगेश वर्मा की मूछ का बाल खरीदकर दिखा देना तुम्हारे बाप में दम हो तो। राजनीति कर रहा हूं मजबूती से राजनीति करूंगा। तुम परेशान तो हो कि योगेश वर्मा को हारने के बाद भी समाज और आवाम ने अपना नेता माना, पांच लाख 36 हजार वोट दी।

मुस्लिम और दलितों का शुक्रिया। जितनी वोट दलित मुस्लिम ने मुझे दी है उतनी लेकर दिखा देना, पूरी ताकत लगाई तो थी पिछले चुनाव में एक सवा लाख वोट मिली। मेरे आवाम, समाज और जनता को पता लग गया है कि तुमने क्या किया है। राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के लिए जान दे दूंगा, तुम क्या कर रहे हो सबको पता चल गया। सुनीता वर्मा को पांच लाख 35 हजार 884 वोट मिली हैं।

सपा ने मेरठ में दो बार बदले थे टिकट
मेरठ सीट पर सपा ने दो बार प्रत्याशी बदले। समाजवादी पार्टी ने सबसे पहले सुप्रीम कोर्ट में अधिवक्ता भानू प्रताप सिंह को टिकट दिया था। कुछ दिन बाद ही उनका टिकट काट दिया गया था। इसके बाद अखिलेश यादव में मेरठ सरधना विधानसभा सीट से सपा विधायक रहे अतुल प्रधान को टिकट थमा दिया, लेकिन इसके बाद एमएलए अतुल प्रधान का भी टिकट काटकर पूर्व एमएलए योगेश वर्मा की पत्नी सुनीता वर्मा को टिकट दिया।

सुनीता वर्मा मेरठ से मेयर भी रहीं हैं। अतुल प्रधान का टिकट कटने के बाद इस बात की हवा चली कि अतुल विरोध करेंगे, लेकिन एमएलए अतुल प्रधान ने प्रेस कांफ्रेंस कर खंडन किया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष का फैसला मंजूर है, जिसे टिकट दिया है उसे ही लड़ाएंगे और न वो कहीं जा रहे हैं ये सब बातें अफवाह हैं।
 

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