गाजियाबाद लोकसभा चुनाव : जब जब बढ़ा तापमान, कम हुआ मतदान

UPT | गाजियाबाद लोकसभा चुनाव के दौरान मत प्रतिशत बढ़ाने के लिए मतदाताओं को जागरूक करते डीएम गाजियबाद इंद्र विक्रम सिंह और सीडीओ अभिनव गोपाल

Apr 21, 2024 16:15

अप्रैल में तापमान 40 डिग्री के आसपास पहुंच रहा है। आसार है कि 26 अप्रैल तक आसमान से आग बरसनी शुरू होगी। जिसका असर मतदान पर पड़ सकता है। पश्चिम यूपी में पहले चरण में मतदान कम होने से राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों के सामने चुनौती...

Short Highlights
  • पहले चरण में मतदान कम होने से प्रत्याशियों के चेहरे पर चिंता की लकीेरें
  • कम मतदान प्रतिशत भाजपा के लिए खड़ी कर सकता है मुसीबत
  • गाजियाबाद में 57 साल पहले बना रिकार्ड अभी तक बरकरार
Ghaziabad News : पहले चरण के मतदान में मत प्रतिशत कम होने से दूसरे चरण के प्रत्याशियों के चेहरे पर शिकन है। गाजियाबाद लोकसभा सीट पर दूसरे चरण में 26 अप्रैल को मतदान होना है। 26 अप्रैल से पहले ही गर्मी अपना प्रकोप दिखा रही है। हालांकि प्रशासन और दलों के कार्यकर्ताओं ने मत प्रतिशत बढ़ाने के लिए पूरी ताकत झोंकी हुई है। गाजियाबाद प्रशासन लोकसभा चुनाव में मत प्रतिशत बढ़ाने के लिए आए दिन तरह-तरह के आयोजन आयोजित कर रहा है। मत प्रतिशत बढ़ाने के लिए गाजियाबाद में दो दिन से वाकथान का आयोजन किया जा रहा है। 

मतदाता वोट करने के लिए मतदान केंद्रों तक पहुंचा
सुहाने मौसम में जब भी मतदान हुआ तो मतदाता वोट करने के लिए मतदान केंद्रों तक पहुंचा है। लेकिन जब तापमान बढ़ा तो मत प्रतिशत गिरा है। भीषण गर्मी में मतदाताओं ने अपने घरों से मतदान केंद्र तक वोट देने बहुत कम संख्या में लोग पहुंचे। 
गाजियाबाद में दूसरे चरण में 26 अप्रैल को मतदान होना है। अप्रैल में तापमान 40 डिग्री के आसपास पहुंच रहा है। आसार है कि 26 अप्रैल तक आसमान से आग बरसनी शुरू होगी। जिसका असर मतदान पर पड़ सकता है। पश्चिम यूपी में पहले चरण में मतदान कम होने से राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों के सामने चुनौती खड़ी हो रही है। मतदाताओं को घर से मतदान केंद्र तक लाने के लिए दल अब नए सिरे से रणनीति बना रहे हैं।  

1967 में गाजियाबाद के मतदाताओं ने दिखाया था उत्साह
1967 में गाजियाबाद हापुड लोकसभा का हिस्सा हुआ करता था। उस दौर में हापुड गाजियाबाद लोकसभा सीट के लिए मतदान होता था। 1967 में गाजियाबाद में 71.04 प्रतिशत मतदान हुआ था। जो कि अब तक सबसे बड़ा रिकार्ड है। पिछले 57 साल पहले बना ये रिकार्ड अभी तक बरकरार है। इस बार देखते हैं गाजियाबाद का मतदाता इस रिकार्ड को ब्रेक करता है या फिर ये इस बार भी बना रहेगा। तेज गर्मी के कारण मतदान प्रतिशत में कमी होती रही है। लेकिन जब मौसम सुहाना हुआ तो मत प्रतिशत में उछाल आया है। जनवरी, फरवरी और मार्च के महीने में चुनाव प्रक्रिया में मत प्रतिशत में वृद्धि होती रही है। अभी तक सबसे अधिक मतदान 1967 में हुआ था। 1967 में फरवरी माह में मतदान हुआ था।

1977 में हुए आम चुनाव में इस सीट पर 68.45 प्रतिशत मतदान
इस दौरान हापुड गाजियाबाद में मत प्रतिशत 71.04 तक पहुंचा था। इसके बाद हापुड गाजियाबाद लोकसभा सीट पर 1977 में सबसे अधिक मतदान हुआ था। 1977 में हुए आम चुनाव में इस सीट पर 68.45 प्रतिशत मतदान हुआ था। 1977 में आम चुनाव मार्च के महीने में हुए थे। पिछले तीन लोकसभा चुनाव के लिए मतदान अप्रैल और मई माह के महीने में होते रहे हैं। जिस कारण पिछले तीन लोकसभा चुनावों में मत प्रतिशत तेजी से गिरा है। इनमें 2004 में 44.26 प्रतिशत, 2009 के लोकसभा चुनाव में 45.28 प्रतिशत और 2014 के लोकसभा चुनाव में 56.94 प्रतिशत मतदान हुआ था। 2019 के लोकसभा चुनाव में गाजियाबाद में मत प्रतिशत 57.60 प्रतिशत रहा था। 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए गाजियाबाद में 11 अप्रैल 2019 को मतदान हुआ था। 

गाजियाबाद में पिछले लोकसभा चुनाव में मत प्रतिशत 

 वर्ष ...... मत प्रतिशत 
1967 ...... 71.04
1971....... 65.14
1977....... 68.45
1980....... 58.12
1984........60.29
1989........50.08
1991........51.24
19़96........46.56
1998........50.67
1999........46.99
2004........44.26
2009........45.28
2014........56.94
2019 .......57.60 
 

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