लोकसभा स्पीकर की कुर्सी पर अवधेश प्रसाद : अवधेश को अखिलेश ने दी बड़ी जिम्मेदारी, अधिष्ठाता मंडल का सदस्य बनाया

UPT | लोकसभा स्पीकर की कुर्सी पर अवधेश प्रसाद

Jul 31, 2024 20:23

समाजवादी पार्टी ने अयोध्या से सांसद अवधेश प्रसाद को लोकसभा में बड़ी जिम्मेदारी दी है। अखिलेश यादव ने उन्हें अधिष्ठाता मंडल का सदस्य बनाया है। बुधवार को अवधेश प्रसाद...

New delhi : समाजवादी पार्टी ने अयोध्या से सांसद अवधेश प्रसाद को लोकसभा में बड़ी जिम्मेदारी दी है। अखिलेश यादव ने उन्हें अधिष्ठाता मंडल का सदस्य बनाया है। बुधवार को अवधेश प्रसाद को लोकसभा में स्पीकर की कुर्सी पर बैठे। उन्होंने अधिष्ठाता मंडल के सदस्य के रूप में सदन की कार्यवाही का संचालन किया।

अवधेश प्रसाद को लगातार तरजीह
समाजवादी पार्टी अवधेश प्रसाद के राजनीतिक कद को लगातार बढ़ा रही है। फैजाबाद सीट से जीत हासिल करने के बाद से, पार्टी उनके महत्व को बढ़ाने का कोई मौका नहीं छोड़ रही है। पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव न केवल उन्हें लोकसभा में अपने बगल में बिठा रहे हैं, बल्कि उन्हें अधिष्ठाता मंडल में भी शामिल किया है। इसके अलावा, राज्यसभा सांसद राम गोपाल यादव के साथ उन्हें शाल ओढ़ाकर सम्मानित भी किया गया है।

पीडीए फॉर्मूले को मजबूती का संकेत
इस कदम के पीछे समाजवादी पार्टी की रणनीति दलित वोट बैंक को अपनी ओर आकर्षित करने की है। पार्टी लगातार अवधेश प्रसाद को दलित आइकन के रूप में प्रस्तुत कर रही है। हालांकि उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष दलित समाज से नहीं चुना गया, लेकिन लोकसभा में अधिष्ठाता मंडल के सदस्य के रूप में अवधेश प्रसाद की नियुक्ति से पार्टी ने अपने पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) फॉर्मूले को और मजबूत करने का संकेत दिया है।

लोकसभा में ये नियुक्तियां भी
समाजवादी पार्टी ने लोकसभा में अन्य महत्वपूर्ण नियुक्तियां भी की हैं। बाबू सिंह कुशवाहा को संसदीय दल का उपनेता और आजमगढ़ से सांसद धर्मेंद्र यादव को मुख्य सचेतक नियुक्त किया गया है। ये नियुक्तियां भी पार्टी के पीडीए फॉर्मूले को दर्शाती हैं, जिसमें पिछड़े वर्ग और यादव समुदाय के प्रतिनिधियों को महत्वपूर्ण पद दिए गए हैं। अखिलेश यादव की इन नियुक्तियों को 2027 के विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी में दूसरी पंक्ति के नेताओं को आगे बढ़ाने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है। समाजवादी पार्टी की ये नियुक्तियां 2024 के लोकसभा चुनाव और 2027 के विधानसभा चुनाव की तैयारियों का हिस्सा मानी जा रही हैं।

Also Read