बड़ी खबर : अफगानिस्तान के साथ कांपी दिल्ली की धरती, 6.2 रही तीव्रता, नोएडा में मचा हड़कंप

Uttar Pradesh Times | भूकंप

Jan 11, 2024 16:05

अफगानिस्तान से लेकर दिल्ली तक की धरती तेज भूकंप के झटकों से हिल गई। अफगानिस्तान के हिन्दुकुश की पहाड़ी में इसका केंद्र था। 6.2 की तीव्रता वाले भूकंप का केंद्र धरती में 213 किलोमीटर नीचे था।

Noida News : अफगानिस्तान से लेकर दिल्ली तक की धरती तेज भूकंप के झटकों से हिल गई। अफगानिस्तान के हिन्दुकुश की पहाड़ी में इसका केंद्र था। 6.2 की तीव्रता वाले भूकंप का केंद्र धरती में 213 किलोमीटर नीचे था। भूकंप के झटके नोएडा और दिल्ली एनसीआर में भी महसूस किए गए। लोग घरों और दफ्तरों से बाहर निकल आए। भूकंप की वजह से पाकिस्तान के इस्लामाबाद, रावलपिंडी और भारत में जम्मू-कश्मीर से दिल्ली-एनसीआर तक झटके महसूस किए गए।

भूकंप आने का कारण
वैज्ञानिक के अनुसार धरती की कुल चार परतें हैं। जिसमें इनर कोर, आउटर कोर, मैनटल और क्रस्ट शामिल है। क्रस्ट और ऊपरी मेनटल कोर को लिथोस्फेयर कहा जाता है। अब यह 50 किलोमीटर की मोटी परत कई वर्गों में बंटी हुई है, जिन्हें टैकटोनिक प्लेट्स कहा जाता है। यानि धरती की ऊपरी सतह 7 टेक्टोनिक प्लेटों से मिलकर बनी है। ये प्लेटें कभी भी स्थिर नहीं होतीं। ये लगातार हिलती रहती हैं। जब ये प्लेटें एक दूसरे की तरफ बढ़ती हैं तो इनमें आपस में टकराव होता है। कई बार ये प्लेटें टूट भी जाती हैं। इनके टकराने से बड़ी मात्रा में ऊर्जा निकलती है, जिससे इलाके में हलचल होती है। कई बार ये झटके काफी कम तीव्रता के होते हैं, इसलिए ये महसूस भी नहीं होते। जबकि कई बार इतनी ज्यादा तीव्रता के होते हैं, कि धरती फट भी जाती है।

भूकंप आने पर ना करें यह काम
भूकंप के वक्त अगर आप घर से बाहर हैं तो ऊंची इमारतों और बिजली के खंभों से दूर रहें।
अगर आप गाड़ी चला रहे हों तो उसे रोक लें और गाड़ी से बाहर ना निकलें। किसी पुल या फ्लाइओवर पर गाड़ी खड़ी ना करें।
अगर आप भूकंप के वक्त मलबे में दब जाएं तो माचिस बिल्कुल ना जलाएं। इससे गैस लीक होने की वजह से आग लगने का खतरा हो सकता है।
भूकंप आने पर घर में हैं तो चलें नहीं। सही जगह ढूंढें और बैठ जाएं।
घर के किसी कोने में चले जाएं। कांच, खिड़कियों, दरवाज़ों और दीवारों से दूर रहें।
भूकंप के वक्त लिफ्ट के इस्तेमाल से बचें। कमज़ोर सीढ़ियों का इस्तेमाल न करें। लिफ्ट और सीढ़ियां दोनों ही टूट सकती हैं।
भूकंप में अगर मलबे में दब जाएं तो ज़्यादा हिले नहीं और धूल ना उड़ाएं। आपके आसपास जो चीज़ मौजूद हो, उसी से अपनी मौजूदगी जताएं।
भूकंप के दौरान आप पैनिक न करें और किसी भी तरह की अफवाह न फैलाएं।

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