Lok Sabha Elections 2024 : हर चुनावी गतिविधि पर पर्यवेक्षकों की रहती है पैनी नजर, शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित कराने में होती है अहम भूमिका

UPT | चुनाव आयोग

Apr 02, 2024 18:21

किसी भी चुनाव को सकुशल संपन्न कराने के लिए पर्यवेक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इसी के तहत चुनाव आयोग ने मंगलवार को कई राज्यों के लिए विशेष पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की। आइए जानते हैं कैसे और क्या होते हैं पर्यवेक्षक के कर्तव्य... 

New Delhi News :  चुनाव आयोग ने मंगलवार को कई राज्यों के लिए विशेष पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की। ये पर्यवेक्षक लोकसभा चुनाव के दौरान आयोग के आंख-कान के रूप में काम करेंगे ताकि किसी प्रकार की गड़बड़ी या बाधा उत्पन्न न होने पाए। आयोग ने शानदार ट्रैक रिकॉर्ड वाले पूर्व लोक सेवकों को चुनाव प्रक्रिया के दौरान सतर्कता के साथ देखरेख का काम सौंपा है। 

पैनी नजर रखते हैं पर्यवेक्षक
किसी भी चुनाव को सकुशल संपन्न कराने के लिए ऑब्जर्वर की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इसके लिए पर्यवेक्षकों में सामान्य पर्यवेक्षक, पुलिस पर्यवेक्षक, व्यय पर्यवेक्षक, प्रत्येक मतदान केंद्र पर माइक्रो पर्यवेक्षक, विशेष परिस्थितियों के लिए विशेष पर्यवेक्षक और मतगणना पर्यवेक्षक शामिल होते हैं। मतदान के दौरान चुनाव के हर कार्यकलापों पर पैनी नजर रखने की जिम्मेदारी ऑब्जर्वर की होती है। इसी बात को ध्यान में रखकर चुनाव आयोग पर्यवेक्षकों की नियुक्ति करता है। भारत निर्वाचन आयोग (ECI) ने आगामी लोकसभा चुनावों के सुचारू निष्पादन को सुनिश्चित करने के लिए मंगलवार को विशेष पर्यवेक्षकों (Special Observers) की तैनाती की घोषणा की है। लोकसभा चुनाव 2024 के लिए चुनाव आयोग ने प्रमुख चुनाव वाले राज्यों में सतर्कता बढ़ाई है। इसके लिए विशेष पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की गई है। 

कैसे होता है चयन
पर्यवक्षक चुनाव प्रक्रिया के समापन तक निर्वाचन आयोग के प्रतिनिधि  के रूप में कार्य करते हैं। इनका चयन विभिन्न केंद्रीय सेवाओं से किया जाता है जैसे- भारतीय राजस्व सेवा, भारतीय प्रशासनिक सेवा और भारतीय पुलिस सेवा।  

विशेष पर्यवेक्षक के ये होते हैं कार्य
चुनावों के स्वतंत्र संचालन में विशेष पर्यवेक्षक और पुलिस पर्यवेक्षक आयोग की मदद करते हैं। एक तरह से ये चुनाव के दौरान आयोग के आंख-कान के रूप में काम करते हैं। इनका दायित्व आयोग के सभी समूह प्रतिनिधियों और समूहों के बीच जानकारी प्रदान करना है। वहीं माइक्रो ऑब्जर्वर का मुख्य कार्य पोलिंग स्टेशन पर प्रवेक्षण करना होता है ताकि चुनाव प्रक्रिया से संबंधित कर्मियों के कार्यों में कोई हस्तक्षेप नहीं कर सके। सभी माइक्रो ऑब्जर्वर को समय से पहले पोलिग स्टेशन पर पहुंचना होता है। पोलिग स्टेशन पर सभी व्यवस्थाओं के बारे में नियमित जानकारी देनी होती है।
ये भी पढ़ें:-चुनाव आयोग ने यूपी समेत 6 राज्यों में स्पेशल ऑब्जर्वर नियुक्त किए, इनके कंधों पर रहेगी जिम्मेदारी

Also Read