प्रयागराज में नगर निगम की टीम पर राइफल से हमला : पूर्व सपा प्रत्याशी अमरनाथ मौर्य पर एफआईआर दर्ज, जानें क्या थी घटना

UPT | रायफल लेकर दौड़ते पूर्व सपा प्रत्याशी अमरनाथ मौर्य।

Aug 22, 2024 02:41

नगर निगम की टीम विवेकानंद पार्क में अवैध कब्जा हटाने के लिए पहुंची थी। जेसीबी मशीन के माध्यम से पार्क में पड़े मलबे को हटाया जा रहा था। तभी, अमरनाथ मौर्य अपने समर्थकों के साथ वहां पहुंचे और उन्होंने निगम कर्मचारियों से बहस…

Prayagraj News : प्रयागराज के धूमनगंज थाना क्षेत्र के प्रीतम नगर में एक गंभीर घटना सामने आई, जब नगर निगम की टीम अवैध कब्जा हटाने के लिए विवेकानंद पार्क पहुंची। इस दौरान, सपा के पूर्व लोकसभा प्रत्याशी अमरनाथ मौर्य ने राइफल लेकर निगम अधिकारियों को खदेड़ने का प्रयास किया। यह घटना दिन के करीब ढाई बजे की है, जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस घटना के बाद देर रात मौर्य और उनके अज्ञात समर्थकों के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली।

घटना का पूरा विवरण 
नगर निगम की टीम विवेकानंद पार्क में अवैध कब्जा हटाने के लिए पहुंची थी। जेसीबी मशीन के माध्यम से पार्क में पड़े मलबे को हटाया जा रहा था। तभी, अमरनाथ मौर्य अपने समर्थकों के साथ वहां पहुंचे और उन्होंने निगम कर्मचारियों से बहस शुरू कर दी। विवाद बढ़ने पर, जब निगम के अधिकारी वहां से जाने लगे, तो मौर्य ने राइफल लेकर उन्हें खदेड़ने की कोशिश की। इस घटना के बाद, भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं को जब पार्क से अवैध कब्जा हटाए जाने की सूचना मिली, तो उन्होंने भी वहां धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया।

पुलिस और प्रशासन की प्रतिक्रिया
घटना की गंभीरता को देखते हुए धूमनगंज थाना प्रभारी अमरनाथ राय ने चौकी प्रभारी नीवा कुलदीप उपाध्याय की तहरीर पर अमरनाथ मौर्य और उनके अज्ञात समर्थकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। उधर, भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष अनुज सिंह ने भी इस घटना की शिकायत मुख्यमंत्री, डीजीपी, और पुलिस आयुक्त से ट्विटर के माध्यम से की है।

अमरनाथ मौर्य का पक्ष
अमरनाथ मौर्य ने घटना के बाद अपनी सफाई दी है। उन्होंने कहा कि नगर निगम की टीम ने उनकी वैध दीवार को गिरा दिया और ईंटें भी कब्जे में ले लीं। मौर्य के अनुसार, उन्होंने इस बात की शिकायत थाने में की, जिसके बाद थाना प्रभारी के हस्तक्षेप पर निगम की टीम ने ईंटें वापस कर दीं। जहां तक राइफल लेकर आने की बात है, मौर्य ने बताया कि रक्षाबंधन के चलते उनके सुरक्षाकर्मी छुट्टी पर थे, इसलिए वह स्वयं अपने साथ शस्त्र लेकर चल रहे थे। उन्होंने किसी को खदेड़ने के आरोप को गलत बताया।

मामले पर विवाद और आगे की कार्रवाई
यह घटना न केवल स्थानीय स्तर पर बल्कि पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बन गई है। घटना के वायरल वीडियो ने इसे और भी गंभीर बना दिया है, और प्रशासन की तरफ से कड़ी कार्रवाई की उम्मीद जताई जा रही है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।

प्रयागराज में कानून व्यवस्था को लेकर कई सवाल खड़े
इस घटना ने प्रयागराज में कानून व्यवस्था को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं, और नगर निगम की टीम पर इस तरह का हमला प्रशासन के लिए चिंता का विषय बन गया है। मामले की जांच के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि वास्तव में घटनास्थल पर क्या हुआ था और दोषियों के खिलाफ क्या कार्रवाई की जाएगी। 

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