Maha Kumbh 2025 : गंगा और यमुना में सीधे नाले का पानी छोड़ने का विरोध, अपर आयुक्त को सौंपा ज्ञापन

UPT | ज्ञापन सौंपते हुए

Aug 21, 2024 14:21

संगम की धरती पर आयोजित होने वाले महाकुंभ के दौरान बगैर शोधित सीधे गंगा और यमुना नदियों में गिर रहे नालों को टैप किए जाने, नैनी में 5 लाख की आबादी पर एक विद्युत शवदाह गृह भी बनाए जाने...

Prayagraj News : संगम की धरती पर आयोजित होने वाले महाकुंभ से पहले एक बार फिर से गंगा और यमुना नदियों में बगैर शोधित नाले प्रवाहित किए जाने का मुद्दा गरमाने लगा है। महाकुंभ से पहले गंगा और यमुना में बगैर शोधित प्रवाहित हो रहे नालों को टेप करने की मांग भी जोर पकड़ने लगी है। संगम की धरती पर आयोजित होने वाले महाकुंभ के दौरान बगैर शोधित सीधे गंगा और यमुना नदियों में गिर रहे नालों को टैप किए जाने, नैनी में 5 लाख की आबादी पर एक विद्युत शवदाह गृह भी बनाए जाने और देवी देवताओं की प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए संगम क्षेत्र में कृत्रिम तालाब बनाए जाने की यमुना पार विकास संघर्ष समिति और गंगा महासभा ने मांग की है।

जनवरी 2025 में महाकुंभ का होगा आयोजन 
यमुना पार विकास संघर्ष समिति के अध्यक्ष भगवती प्रसाद पांडेय के मुताबिक संगम की धरती पर जनवरी 2025 में महाकुंभ का आयोजन होगा। जिसमें देश-विदेश से करोड़ों श्रद्धालु आएंगे। लेकिन अभी भी गंगा और यमुना नदियों में बगैर शोधित हुए नालों का सीधा पानी छोड़ा जा रहा है। जिससे यह पानी काफी दूषित है। गंगा और यमुना नदियों में नालों का सीधे पानी छोड़े जाने से लोगों की धार्मिक भावनाओं को भी ठेस पहुंचती है। इसके साथी नैनी क्षेत्र के लिए विद्युत शवदाह गृह की भी मांग की गई है। संघर्ष समिति के अध्यक्ष का कहना है कि नैनी इलाके में 5 लाख से ज्यादा आबादी रहती है। 

प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए कृत्रिम तालाब बनाने की मांग 
इसके साथ ही यमुनापार की भी तमाम गांव के लोग अंतिम संस्कार के लिए अरैल की तरफ आते हैं। ऐसे में नदी के किनारे अंतिम संस्कार करने से भी नदियों में प्रदूषण होता है। इसलिए इस क्षेत्र में विद्युत शवदाह गृह भी बनाया जाना चाहिए। वहीं सामाजिक कार्यकर्ता देवेंद्र तिवारी का कहना है कि गणेश महोत्सव और दुर्गा पूजा महोत्सव के बाद देवी प्रतिमाओं के विसर्जन की समुचित व्यवस्था नहीं है। जबकि हाईकोर्ट का भी इस मामले में आदेश है कि नगर निगम द्वारा कृत्रिम तालाब बनाकर देवी प्रतिमाओं का विसर्जन कराया जाए। नैनी वासियों ने देवी प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए कृत्रिम तालाब बनाए जाने की भी मांग की है। अपनी मांगों को लेकर लोगों ने अपर आयुक्त नगर निगम को ज्ञापन भी सौंपा गया है। 

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