Varanasi News : नहीं रहे काशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत कुलपति तिवारी, सीने के दर्द के बाद हुआ निधन, मोदी-योगी ने जताया दुख

UPT | महंत कुलपति तिवारी

Jun 27, 2024 07:13

काशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत पंडित कुलपति तिवारी का 70 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे और वाराणसी के एक अस्पताल में उपचार के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली।

Varanasi News : काशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत पंडित कुलपति तिवारी का 70 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। उनका जन्म 10 जनवरी 1954 को हुआ था। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे और वाराणसी के एक अस्पताल में उपचार के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली। पंडित तिवारी ने अपनी शिक्षा में बी.कॉम, एम.कॉम के साथ-साथ समाजशास्त्र में एम.ए. भी किया था। उन्होंने काशी हिंदू विश्वविद्यालय से काशी विश्वनाथ मंदिर की संरचना पर एक अनूठा शोध भी किया था।



ज्ञानवापी मामले में सक्रिय भूमिका निभाई
अपने पिता के निधन के बाद वे विश्वनाथ मंदिर के महंत बने। उनके कार्यकाल में मंदिर से जुड़े कई महत्वपूर्ण वार्षिक उत्सवों को भव्य रूप से मनाया जाता था। इनमें सावन पूर्णिमा का झूलन उत्सव, दीपावली का अन्नकूट, बसंत पंचमी पर बाबा विश्वनाथ का तिलक, महाशिवरात्रि का विवाह उत्सव और अमला एकादशी पर माता पार्वती के गवने की रस्म शामिल थी। मंदिर के सरकारी नियंत्रण में आने के बाद भी पंडित तिवारी मंदिर प्रशासन के साथ मिलकर पूजा-पाठ और अन्य धार्मिक कार्यों में सहयोग करते रहे। उन्होंने ज्ञानवापी मामले में भी सक्रिय भूमिका निभाई और एक याचिका दायर की थी जिसमें वजूखाने में मिली आकृति के पूजन का दावा किया था।
  मोदी-योगी ने जताया दुख
पंडित कुलपति तिवारी के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गहरा दुःख व्यक्त किया है। उनके जाने से काशी के धार्मिक और सांस्कृतिक क्षेत्र में एक बड़ी रिक्तता आई है। वे न केवल एक धार्मिक नेता थे बल्कि काशी की समृद्ध परंपराओं के संरक्षक भी थे। उनके योगदान को काशी वासी लंबे समय तक याद रखेंगे।

वाराणसी में श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत श्री कुलपति तिवारी जी का गोलोकगमन अत्यंत दु:खद है। मेरी ओर से उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि!

मेरी संवेदनाएं शोकाकुल परिजनों के साथ हैं।

बाबा श्री विश्वनाथ जी पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान और शोक संतप्त परिजनों को यह अथाह…

— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) June 26, 2024

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