भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा 2024 : सभी विद्यालयों में एग्जाम कराने के लिए गायत्री परिवार ने शुरू की तैयारी

UPT | पट्टा व वांगमय देकर सम्मानित करते हुए

Jun 30, 2024 22:01

भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा 2024 की प्रथम औपचारिक बैठक गायत्री शक्तिपीठ गाजीपुर पर हुई। जिसमें जनपद स्तर से लेकर तहसील, ब्लॉक और ग्राम स्तर तक लोग उपस्थित रहे...

Ghazipur News : भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा 2024 की प्रथम औपचारिक बैठक गायत्री शक्तिपीठ गाजीपुर पर हुई। जिसमें जनपद स्तर से लेकर तहसील, ब्लॉक और ग्राम स्तर तक लोग उपस्थित रहे। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि पिछले वर्ष भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा में जिन बच्चों ने उत्कृष्ट अंक प्राप्त किए हैं, उन्हें सम्मानित किया जाएगा।

बच्चों में महान सद्गुणों का विकास करना परीक्षा का उद्देश्य
इस परीक्षा से बच्चों में शिक्षा व विद्या के माध्यम से करुणा, माता-पिता के प्रति प्रेम, सहानुभूति,  बच्चों के अंदर सदगुण और विनय आदि महान गुणों को समाहित करना होता है। इस क्रम में जिला विद्यालय निरीक्षक कौस्तुभ कुमार सिंह तथा राजकीय सिटी इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य को गायत्री मंत्र का पट्टा व वांगमय देकर सम्मानित किया गया। भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा के जिला समन्वयक मदन मोहन शर्मा ,शैलेश पाठक तथा गायत्री शक्तिपीठ के मुख्य प्रबंध ट्रस्टी सुरेंद्र सिंह ने भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा के तहसील व ब्लॉक स्तर के समस्त पदाधिकारियों को परीक्षा की क्रिया प्रणाली को विधिवत समझाया।

इमोशनल सेंसेशन व व्यावहारिक विकास करने सर्वोत्तम माध्यम
कार्यक्रम का संचालन भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा के जिला सचिव रविंद्र शास्त्री ने किया । इस मौके पर उन्होंने कहा कि आज बच्चों के अंदर इमोशनल सेंसेशन नहीं बढ़ रहा है, बल्कि रिजिडनेस बढ़ रहा है । आज हम अपने बच्चों को शिक्षा दे रहे हैं, ज्ञान दे रहे हैं, लेकिन इसका व्यावहारिक विकास बच्चों में नहीं दिख रहा है। उन्होंने कहा कि शिक्षा से ज्ञान प्राप्त होता है, ज्ञान से प्रतिभा प्राप्त होती है, प्रतिभा से पद प्राप्त होता है, और पद से प्रतिष्ठा प्राप्त होती है । परंतु माता-पिता एवं बड़े बुजुर्गों के प्रति संवेदना नहीं बढ़ रही है।

बच्चों के आत्मिक उन्नयन के लिए आवश्यक
मनुष्य की खाल पहनकर हमारे अंदर से मनुष्यता गायब हो चुकी है। हम इंसान के रूप में जरूर दिख रहे हैं, परंतु हमारे अंदर इंसानियत नहीं दिख रही है। इस निमित्त परम पूज्य गुरुदेव, वेदमूर्ति, तपोनिस्ठ पंडित राम शर्मा आचार्य के सूक्ष्म दिशा निर्देशन में भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा का जनपद में आगाज हो चुका है। जनपद के समस्त प्रधानाचार्य, अध्यापक बंधु व अभिभावक बंधुओ से इस उत्कृष्ट कार्य के लिए उचित सहयोग मिलता है। जो बच्चों के आत्मिक उन्नयन के लिए अति आवश्यक है।

कार्यक्रम में ये रहे शामिल
कार्यक्रम में जिला समन्वयक लवहर सिंह यादव, राजेंद्र प्रजापति, शेषनाथ, शिव वचन प्रजापति, कालिंदी पाठक, शिव वचन प्रजापति, क्षितिज कुमार श्रीवास्तव, ओम नारायण राय व मारुति राय आदि लोगों उपस्थित रहे।

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