ज्ञानवापी विवाद : ASI को मिली मंदिर की दीवार? जानें सर्वे रिपोर्ट पर क्या बोला मुस्लिम पक्ष

Uttar Pradesh Times | ज्ञानवापी परिसर में ASI की सर्वे रिपोर्ट सार्वजनिक

Jan 26, 2024 17:21

ज्ञानवापी परिसर में ASI की सर्वे रिपोर्ट सार्वजनिक होने के बाद एक बार फिर से हिंदू और मुस्लिम पक्ष अपने-अपने दावे पेश कर रहा है। पहले हिंदू पक्ष की तरफ से पूजा-पाठ की अनुमति मांगी गई, अब मुस्लिम पक्ष ने भी इस पर अपना रुख स्पष्ट किया है।

Short Highlights
  • सभी पक्षों को सौंपी गई ज्ञानवापी में ASI सर्वे की रिपोर्ट
  • हिंदू पक्ष ने किया मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाए जाने का दावा
  • मुस्लिम पक्ष ने सभी आरोपों को किया खारिज
Varanasi News : वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर में हुए एएसआई की सर्वे से जुड़ी 839 पेज की रिपोर्ट गुरुवार देर रात दोनों पक्षों को सौंप दी गई है। इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद हिंदू पक्ष ने पूजा-पाठ की अनुमति मांगी है। हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने एएसआई की सर्वे रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि मंदिर को तोड़कर मस्जिद बनाई गई थी। अब इस पूरे मसले पर मुस्लिम पक्ष का भी बयान सामने आया है।

ASI की रिपोर्ट पर क्या बोला मुस्लिम पक्ष?
ज्ञानवापी परिसर में हुए एएसआई के सर्वे की रिपोर्ट सार्वजनिक होने के बाद अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी के वकील एखलाक अहमद ने कहा कि 'एएसआई के सर्वे में जो मलबे मिले हैं, वह कोई बड़ी बात नहीं। हमारी एक बिल्डिंग थी, जिसे हम नॉर्थ गेट का छत्ता द्वार कहते थे, उसमें पांच किराएदार थे। वे सभी मूर्तियां बनाते थे और उसका मलबा वहां फेंक देते थे। कोई भी मूर्ति मस्जिद के अंदर नहीं मिली है। पश्चिमी दीवार के हिस्से में ऐसा कुछ नहीं मिला है जिससे साबित हो सके कि वह मंदिर की दीवार है।'

ज्ञानवापी पर ASI की रिपोर्ट में क्या है?
ASI के मुताबिक, वर्तमान में जो ज्ञानवापी की ढांचा है, उसकी पश्चिमी दीवार पहले के बड़े हिंदू मंदिर का हिस्सा है और पिलर के नक्काशियों को मिटाने की कोशिश की गई है। मस्जिद के निर्माण में मंदिर के खंभों के साथ ही अन्य हिस्सों में थोड़ा बहुत बदलाव कर इसे मस्जिद का आकार दिया गया। एक पत्थर पर अंकित शिलालेख से पता चलता है कि औरंगजेब के शासनकाल में मस्जिद का निर्माण किया गया था।

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