Agra News :  इस तकनीक से ट्रेनों में लगेगी अपराधों पर लगाम, अचानक पहुंचे आरपीएफ के आईजी शेयर कीं ये खास बातें...

UPT | आरपीएफ महानिरीक्षक एएन सिन्हा।

Feb 24, 2024 15:09

समय के साथ रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स भी खुद को बदल रही है। जिस तरह अपराधियों ने अपराध के तरीकों को बदलाव किया है, उसे देखते हुए अब आरपीएफ ने भी इस पर लगाम...

Agra News : समय के साथ रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स भी खुद को बदल रही है। जिस तरह अपराधियों ने अपराध के तरीकों को बदलाव किया है, उसे देखते हुए अब आरपीएफ ने भी इस पर लगाम लगाने के लिए नई तकनीक और शैली अपनाने की पहल की है। आरपीएफ ने ट्रेनों में बढ़ते अपराधों पर लगाम लगाने के लिए साइबर सेल का गठन किया है। इसके साथ ही महिला अपराध पर लगाम लगाने के लिए भी आरपीएफ लगातार काम कर रही है। यह जानकारी आरपीएफ महानिरीक्षक एएन सिन्हा ने वार्षिक निरीक्षण के दौरान दी। 

13,520 से अधिक ट्रेनों की सुरक्षा बड़ी चुनौती 
आरपीएफ महानिरीक्षक एएन सिन्हा ने बताया कि बीते वर्षों के दौरान ट्रेनों की संख्या और उनके रफ्तार में भी तेजी से इजाफा हुआ है। देशभर की 13,520 से अधिक ट्रेनें और आठ हजार से अधिक रेलवे स्टेशनों की सुरक्षा की जिम्मेदारी रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स के पास है। इतने बड़े रेल नेटवर्क की सुरक्षा के लिए आरपीएफ भी अपनी कार्यशैली और तकनीक में बदलाव कर रही है। चलती ट्रेनों में चोरी, लूट और दूसरी वारदातों को रोकने के साथ ही रेलवे की संपत्ति की सुरक्षा की बड़ी जिम्मेदारी भी रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स के पास है। ट्रेनों में महिलाओं की सुरक्षा भी बड़ी चुनौती है। ।

अलग से तैनात की गई महिला यूनिट
आगरा पहुंचे आरपीएफ के महानिरीक्षक एएन सिन्हा ने कहा कि आरपीएफ बदमाशों पर लगाम लगाने के लिए कड़े कदम उठाने के साथ साइबर सेल का गठन किया है। महिला सुरक्षा के मद्देनजर महिलाओं की सहायता के लिए अलग से यूनिट तैयार की गई है। महिलाओं की सुरक्षा के लिए 'मेरी सहेली' और आरपीएफ की महिला कर्मचारी लगातार सजग एवं सतर्क रहती हैं।

अब बच नहीं सकेंगे अपराधी
आरपीएफ के आईजी ने कहा कि जिस तरीके से ट्रेनों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है, उसके बाद आरपीएफ की जिम्मेदारी बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने के लिए आधुनिक तकनीकी का इस्तेमाल किया जा रहा है। देश के सबसे बड़े नेटवर्क की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी के जरिए एफआरसी का भी सहारा लिया जा रहा है। एफआरएस के माध्यम से अगर रेलवे स्टेशन या सर्कुलेटिंग एरिया में कोई भी अपराधी सीसीटीवी में आ जाता है तो आधुनिक तकनीकी से आरपीएफ के पास सूचना पहुंच जाएगी कि उक्त अपराधी की मौजूदगी वहां दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि पर्यटन और धार्मिक लिहाज से आगरा और मथुरा दोनों ही महत्वपूर्ण स्टेशन हैं। यहां पर चोरी की घटनाएं भी अधिक होती हैं। इसी के मद्देनजर यहां पर एक स्पेशल टीम गठित की गई थी, जो लगातार घटनाओं का खुलासा कर रही है।  

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