Ayodhya News : डीएम बोले-पौधरोपण के लक्ष्य को पूर्ण करना ही उद्देश्य नहीं, बड़े होने तक संरक्षित एवं सुरक्षित रखना भी हमारा लक्ष्य

UPT | डीएम ने बैठक की।

Jun 29, 2024 07:05

हर वर्ष की भांति एक बार फिर धरती को हरी भरी करने के लिए करोड़ों पौधे लगाए जाएंगे। इस बार जनपद के 26 विभागों को 3812680 पौधे लगाने का लक्ष्य मिला है

Short Highlights
  • जनपद में अभियान चलाकर 26 विभाग लगाएंगे 3812680 पौधे
  • पिछले सूखे पौधों को हटाकर उसी जगह लगाए जाएंगे नए पौधे

Ayodhya News : हर वर्ष की भांति एक बार फिर धरती को हरी भरी करने के लिए करोड़ों पौधे लगाए जाएंगे। इस बार जनपद के 26 विभागों को 3812680 पौधे लगाने का लक्ष्य मिला है। जिसके सम्बंध में शुक्रवार को जिला अधिकारी ने कलेक्ट्रेट सभागार में जिला गंगा समिति, जिला पर्यावरण समिति व जिला वृक्षारोपण समिति के साथ बैठक की।

बैठक में डीएम ने विगत वर्षों में वृक्षारोपण अभियान के अंतर्गत रोपित किए गए पौधों की सफलता प्रतिशत तथा वर्ष 2024–25 में आवंटित पौधरोपण के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए की गई तैयारियों की विभागवार गहन समीक्षा की। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने सभी विभागों को विगत वर्ष लक्ष्य के अनुरूप रोपित किए गए पौधों का सर्वे कर सफलता प्रतिशत की सूचना उपलब्ध कराने तथा सभी सूखे पौधों का तत्काल रिप्लेसमेंट करने के निर्देश दिए।

पौधरोपण का विभागों को दिया गया लक्ष्य, बेहतर कार्य योजना के निर्देश
वर्ष 2024-25 में वन एवं वन्य जीव विभाग व अन्य विभागों को पौधरोपण के लक्ष्य की जानकारी दी गई। जिला अधिकारी नितीश कुमार ने कहा कि पौधरोपण के लक्ष्य को पूर्ण करना ही हमारा उद्देश्य नहीं है। बल्कि लगाए गए पौधों को बड़े होने तक सुरक्षित और संरक्षित करना हमारा महत्वपूर्ण उद्देश्य है।लक्ष्य की विभागवार जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 2024-25 में जनपद को कुल 3812680 पौधों के रोपण का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। जिसमें ग्राम विकास विभाग को 1378000, राजस्व विभाग को 115000, पंचायती विभाग को 139000, आवास विकास विभाग को 6000, औद्योगिक विकास को 7000, नगर विकास को 23000, लोक निर्माण विभाग को 13000, सिंचाई विभाग को 13000, कृषि विभाग को 276000, पशुपालन विभाग को 7000, सहकारिता विभाग को 6160, उद्योग विभाग को 10000, विद्युत विभाग को 5040, माध्यमिक शिक्षा को 8000, बेसिक शिक्षा को 14000, प्राविधिक शिक्षा को 5000, उच्च शिक्षा को 19000, श्रम विभाग को 3200, स्वास्थ्य विभाग को 10000, परिवहन विभाग को 3000, रेलवे विभाग को 12000, रक्षा विभाग को 6000, उद्यान विभाग को 169000, पुलिस विभाग को 7280, पर्यावरण विभाग को 248000 व वन एवं वन्य जीव विभाग को 1310000 पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। सभी 26 विभागों को प्राप्त लक्ष्य के अनुरूप पौधरोपण की बेहतर कार्ययोजना तैयार कर निर्धारित प्रारूप पर उपलब्ध कराने और उसी के अनुरूप अच्छे स्थल का चयन कर गड्ढे की खुदाई एवं अग्रिम मृदा का कार्य समय से पूर्ण करने के निर्देश दिये।

इच्छुक काश्तकारों को उनके सुविधा और मांग के अनुरूप दिए जाएंगे पौधे
डीएम ने कहा कि सभी विभाग पौधरोपण में अधिक से अधिक जनसहभागिता सुनिश्चित करें तथा पौधों को बड़े होने तक संरक्षित रखने पर विशेष ध्यान दें। इच्छुक समस्त काश्तकारों को उनके इच्छुक प्रजाति के पौधों को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करने हेतु वृहद कार्ययोजना तैयार करने के लिए जिला कृषि अधिकारी को निर्देशित किया। उन्होंने काश्तकारों से उनकी इच्छुक प्रजाति के अनुरूप पौधों की मांग, उठान एवं वितरण समय से सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने वन विभाग को पशु–पक्षियों के भोजन आदि के अनुकूल प्रजातियों यथा– बरगद, पीपल, महुआ, गुलर, पाकड़ आदि वृक्षों  के रोपण पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। उन्होंने पार्कों में फलदार व आकर्षक फूलों के प्रजाति तथा शैक्षणिक संस्थानों में फलदार पौधों यथा आंवला, सहजन, अमरूद आदि को ही रोपित किए जाने के निर्देश दिए। चरागाह के किनारे–किनारे बाउंड्री पर पौधे लगाए जाने एवं गौशालाओं के बाउंड्री पर बायो फेनशिंग में करौंदा के पौध रोपित करने के निर्देश दिए। बैठक में जिलाधिकारी द्वारा सभी विभागों को पौधरोपण के उपरांत उनकी देखभाल पर विशेष ध्यान देने हेतु निर्देशित किया गया। डीएम ने जिला वृक्षारोपण समिति के बैठक में अनुपस्थित विभागों यथा प्राविधिक शिक्षा, श्रम विभाग एवं रेलवे के स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।

नदी के दोनों किनारों पर ईको विलेज बनाने के दिए गए निर्देश 
जिला अधिकारी नितीश कुमार ने जिला गंगा समिति व जिला पर्यावरण समिति बैठक में सरयू एक्शन प्लान 2024, ‘अर्थ गंगा मिशन‘ के तहत घाट पर हाट कार्यक्रम के अन्तर्गत गंगा ग्राम के शिल्पकारों को बढ़ावा देने, नदियों को नियमित स्वच्छ बनाये रखने, साॅलिड वेस्ट मैनेजमेंट, जनपद में प्राकृतिक कृषि व जैविक कृषि के क्षेत्रफल को बढ़ाने, जीडीपीएमएस में सम्बंधित से वांछित सूचना भेजने आदि बिन्दुओं पर चर्चा एवं समीक्षा की।

इस अवसर पर जिलाधिकारी ने सरयू नदी के किनारे के दो ग्रामों को चयनित कर पूर्ण जनसहभागिता सुनिश्चित करते हुये उन्हें इको विलेज के रूप में विकसित करने के सम्बंध में सम्बंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये। जिला पर्यावरण समिति की बैठक में  जिलाधिकारी ने प्लास्टिक बेस्ट/ठोस अपशिष्ट को पृथक कर उनके पुनर्चक्रण एवं पुनर्उपयोग करने तथा जनपद में ठोस एवं प्लास्टिक अपशिष्ट के हॉट स्पॉट को चिन्हित करने एवं उचित कार्य योजना बनाकर उत्पन्न हो रहे अपशिष्टों का उपचार एवं प्रबंधन सुनिश्चित करने हेतु नगर पालिका, नगर पंचायत और नगर निगम के अधिकारियों को निर्देशित किया।बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री राज करन नय्यर, मुख्य विकास अधिकारी श्री ऋषिराज, प्रभागीय वनाधिकारी श्री प्रणव जैन, जिला कृषि अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी, डीसी मनरेगा, एक्सईएन सिंचाई, एक्सईएन लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड आदि सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

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