मार्च 2025 में बनकर तैयार होगा राममंदिर : नृपेंद्र मिश्र ने मंदिर निर्माण के कार्यों की समीक्षा की, बोले-90 फीसदी काम पूरा

UPT | राम मंदिर।

Jun 25, 2024 02:53

नृपेंद्र मिश्र ने रविवार को मंदिर निर्माण के कार्यों की समीक्षा की। समीक्षा के बाद उन्होंने बताया कि राम मंदिर के प्रथम तल का निर्माण 90 फीसदी पूरा हो चुका है और आगामी जुलाई तक प्रथम तल...

Short Highlights
  • राम मंदिर के प्रथम तल का निर्माण 90 फीसदी पूरा हो चुका है
  • मार्च 2025 तक परकोटे समेत राम मंदिर का निर्माण पूरा कर लिया जाएगा
  • राजस्थान के चार मूर्तिकारों से बात हुई है
Ayodhya News : राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने रविवार को मंदिर निर्माण के कार्यों की समीक्षा की। समीक्षा के बाद उन्होंने बताया कि राम मंदिर के प्रथम तल का निर्माण 90 फीसदी पूरा हो चुका है और आगामी जुलाई तक प्रथम तल पूरी तरह तैयार हो जाएगा। इसके बाद प्रथम तल पर राम दरबार की स्थापना की जाएगी। मार्च 2025 तक परकोटे समेत राम मंदिर का निर्माण पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रथम तल पर स्थापित होने वाले राम दरबार की मूर्तियां संगमरमर की होंगी। इसके लिए राजस्थान के चार मूर्तिकारों से बात हुई है और टेंडर भी निकाला गया है। टेंडर का चयन इसी माह के अंत तक होगा, जिसके बाद मूर्तियां निर्मित की जाएंगी।

रोजाना लाखों श्रद्धालु कर रहे दर्शन
बता दें कि इससे पहले, 22 जनवरी 2024 को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की गई थी, जिसके बाद से लगातार श्रद्धालुओं की भीड़ लगातार यहां दर्शन के लिए आ रही है। भीषण गर्मी के बावजूद रामलला के दरबार में भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। रामजन्मभूमि पथ से लेकर मंदिर परिसर तक भक्तों के लिए विभिन्न सुविधाएं विकसित की गई हैं। इस समय रामलला के दरबार में रोजाना एक लाख भक्त दर्शन कर रहे हैं।

गुलाबी बलुआ पत्थर से हो रहा निर्माण
जानकारी के अनुसार, राम मंदिर के निर्माण में इस्तेमाल हो रहे गुलाबी बलुआ पत्थर से 2.7 एकड़ में फैले इस मंदिर का निर्माण तेजी से प्रगति कर रहा है। इस मंदिर का एक बड़ा प्रांगण है जिसमें अन्य हिंदू देवताओं के छोटे मंदिर भी बने हुए हैं। इस मंदिर की एक विशेषता यह है कि वह विशाल शालिग्राम पत्थर से घिरा हुआ है। बताया गया है कि राम मंदिर के निर्माण का काम 9 महीने में पूरा हो जाएगा, जिसमें 1000 से अधिक मजदूर दिनरात काम कर रहे हैं। मंदिर में श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए फैसिलिटी सेंटर का भी निर्माण हो रहा है।

चंदन या चरणामृत की खबर का खंडन
हाल ही में एक खबर वायरल हुई थी जिसमें दावा किया गया था कि अब राम मंदिर में चंदन या तिलक लगाने का प्रथा बंद कर दी गई है और चरणामृत भी नहीं दिया जाएगा। जिसके बाद राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्र ने इस खबर का तत्काल खंडन किया। उन्होंने बताया कि किसी प्रकार की ऐसी रोक नहीं लगी गई है। अयोध्या पहुंचे भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने कहा कि मंदिर का निर्माण संतोषजनक है। टीका व चरणामृत की पहले से भी कोई व्यवस्था नहीं थी। इसलिए रोक जैसी कोई बात नहीं। सब व्यवस्था पूर्ववत है। यात्री सुविधाओं पर पूरा ध्यान है।

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