दर्दनाक घटना: कर्ज तले दबे किसान ने उठाया खौफनाक कदम, विधवा भाभी, भतीजे के साथ जहर पीकर दी जान

UPT | सांकेतिक तस्वीर

Aug 28, 2024 08:36

इटावा में कर्ज में दबे किसान ने विधवा भाभी, भतीजी को जहर देने के बाद खुद भी जहर पी लिया। तीनों का उपचार मेडिकल कॉलेज में चल रहा था। इलाज के दौरान तीनों की मौत हो गई है।

Etawah News: यूपी के इटावा से एक खौफनाक घटना सामने आई है। कर्ज नहीं चुका पाने के दबाव में किसान ने कोल्डड्रिंक में सल्फास की दवा मिलाकर विधवा भाभी, मासूम भतीजी को पिलाने के बाद खुद भी पीकर जान देदी। किसान और भतीजी ने इलाज के 13 घंटे बाद, तो भाभी की 29 घंटे बाद मौत हो गई। इस घटना के बाद पूरे गांव समेत मृतक के परिवार में कोहराम मच गया।

इस दर्दनाक घटना की सूचना पर पंहुची पुलिस और फोरेंसिक टीम ने घटना स्थल का निरीक्षण किया। पुलिस ने तीनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा है। सैफई थाना क्षेत्र के भदेई गांव निवासी दयाशंकर के घर में सल्फास की गोलियां मिली हैं। दयाशंकर ने भाभी और भतीजी को जहर क्यों दिया इसकी पुष्टी नहीं हुई पाई है।

बड़े भाई की कैंसर से हुई थी मौत
दयाशंकर ने पड़ोसी से 3 लाख रुपए का कर्ज लिया था। कर्ज देने वालों ने उसे पहले शराब का लती बनाया। इसके बाद उसपर कर्ज देने का दबाव बना रहे थे। वहीं, एसएसपी संजय कुमार का कहना है कि शुरूआती जांच में आत्महत्या की बात सामने आ रही है। वीरेंद्र सिंह के दो बेटे थे, उमाशंकर और दयाशंकर। उमाशंकर की डेढ़ साल पहले कैंसर से मौत हो गई थी।

दयाशंकर की पत्नी मायके में रह रही थी
उमाशंकर के परिवार में पत्नी पूजा, 15 माह की शिवी, गौरी और बेटा संदेश भदेई गांव में रहते थे। वीरेंद्र सिंह के छोटे बेटे दयाशंकर किसानी करता था। उसकी पत्नी गायत्री एक साल की बेटी के साथ मायके में रह रही है। वहीं, दयाशंकर की मां सरोज का आरोप है कि पड़ोसी जितेंद्र अपनी दुकान में शराब बेचता है। बेटे को शराब दे—दे कर उसे लती बना दिया।

मेडिकल कॉलेज में चल रहा था इलाज
उन्होंने बताया कि आठ महीने पहले खेत बेचकर कर्ज अदा किया। पिछले दो दिनों से फिर परेशान किया जा रहा था। सोमवार को दयाशंकर की मां सरोज देवी गौरी और संदेश को लेकर पड़ोस में गईं थीं। सरोज जब लौटी दयाशकर, बहु पूजा, शिवी आंगन में पड़े थे। उनके मुंह से झाग निकल रहा था। तीनों को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था।
 

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