ऑर्बिटल रेल प्रोजेक्ट : 14 हजार करोड़ रुपये की लागत से होगा पूरा, सरकार ने GDA को बनाया नोडल एजेंसी

UPT | प्रतीकात्मक फोटो

Aug 21, 2024 21:02

आरआरटीएस को पटरी पर उतारने के बाद अब ऑर्बिटल रेल की योजना पर तैयारी शुरू हो गई है। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण को ऑर्बिटल रेल परियोजना की जिम्मेदारी दी गई है।

Short Highlights
  • ईस्टर्न ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर परियोजना के लिए जीडीए को नोडल एजेंसी बनाया गया
  • प्रोजेक्ट की फिजिबिलिटी रिपोर्ट 6 महिने में लाने की तैयारी
Ghaziabad News : आरआरटीएस को पटरी पर उतारने के बाद अब ऑर्बिटल रेल की योजना पर तैयारी शुरू हो गई है। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण को ऑर्बिटल रेल परियोजना की जिम्मेदारी दी गई है। प्रोजेक्ट की फिजिबिलिटी रिपोर्ट 6 महीने में लाने की तैयारी है।

कॉरिडोर को पटरी पर लाने की कवायद तेज 
ईस्टर्न ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर परियोजना के लिए जीडीए को नोडल एजेंसी बनाया गया है। साथ ही फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार करने के लिए स्टेकहोल्डर्स से फंड एकत्रित किया जाएगा। 135 किलोमीटर लंबे ईस्टर्न ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर परियोजना के लिए जीडीए ने तैयारी शुरू कर दी है। रिपोर्ट तैयार करने का काम तेजी से चल रहा है।
 
प्रोजेक्ट पूरा होने पर लोगों को मिलेगी राहत 
जीडीए के अधिकारियों ने बताया कि इसके लिए 10 लाख रुपये भेजे जा चुके हैं। साथ ही, रिपोर्ट तैयार किए जाने के लिए भी आदेश दिया जा चुका है। इसके लिए कुल डेढ़ करोड़ रुपये के आसपास बजट तैयार किया गया है। 6 महीने में इसकी रिपोर्ट आ जाएगी। इसके बाद डीपीआर समेत और अन्य काम शुरू किए जाएंगे। इस प्रोजेक्ट के बन जाने से उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, बागपत के अलावा कई अन्य जिले के लोगों को बहुत अधिक राहत मिलने की उम्मीद है।

यूपी में 90 किलोमीटर का एरिया
इस कॉरिडोर की कुल लंबाई 135 किलोमीटर है। इसमें हरियाणा में यह 45 किलोमीटर होगी, जबकि उत्तर प्रदेश में 90 किलोमीटर इसकी लंबाई होगी। इस कॉरिडोर के बनने से यूपी के जेवर एयरपोर्ट, दादरी, न्यू बोडाकी डीएफसी, डीएनजीआईआर, ग्रेटर नोएडा फेस-2, गाजियाबाद, मेरठ और बागपत के एरिया के लोगों को फायदा मिलेगा।

दिल्ली-एनसीआर की सड़कों पर कम होगा ट्रैफिक जाम
ईस्टर्न ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर परियोजना से दिल्ली-एनसीआर की यातायात समस्या दूर होगी साथ ही प्रदूषण में भी आएगी कमी। इसे हरियाणा और उत्तर प्रदेश के तमाम लॉजिस्टिक हब के साथ लिंक किया जाएगा। इसके अलावा इसे कई नेशनल हाईवे, रेलवे लाइन, आरआरटीएस, डेडीकेडेट फ्रेट कॉरिडोर, जेवर इंटरनेशनल एअरपोर्ट और न्यू नोएडा इंडस्ट्रियल टाउनशिप के साथ ही लिंक किया जाएगा, जिससे इंडस्ट्रियल डिवलपमेंट को बढ़ावा मिलने की बात कही जा रही है।

कुछ ऐसा होगा एलाइनमेंट
गाजियाबाद और दिल्ली के बीच यातायात को आसान बनाने के लिए ईस्टर्न ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर परियोजना का काम तेज हो गया है। 10 स्थानों पर नेशनल हाईवे और एक्सप्रेसवे को क्रॉस किया जाएगा। संभावित एलाइनमेंट के हिसाब से 8 रेलवे लाइन, तीन स्थानों पर आरआरटीएस, 2 स्थानों पर यमुना नदी और एक स्थान पर हिंडन नदी को क्रॉस किया जाना है, जबकि 10 स्थानों पर नेशनल हाईवे और एक्सप्रेसवे को क्रॉस किए जाना प्रस्तावित है। गाजियाबाद में मुरादनगर और डासना में दो प्लेटफॉर्म बनेंगे। दिल्ली में क्षमता से ज्यादा दबाव और प्रदूषण में कमी ओर ट्रैफिक जाम कम होगा।

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