लाला लाजपत राय स्मारक मेडिकल कॉलेज : वाहन चालक को स्क्रू एवं प्लेट से मिली नई जिंदगी तो बोला-थैक्स डॉक्टर

UPT | न्यूरोसर्जरी विभाग में स्पाइनल कॉर्ड का सफल ऑपरेशन किया गया

Jul 18, 2024 02:18

वाहन चालक के हाथ पैर चलने लगे तो उसने अपने हाथों से सर्जरी करने वाले चिकित्सकों को लडडू खिलाकर मुंह मीठा कराया। वाहन चालक ने अपनी सफल सर्जरी होने पर मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों का धन्यवाद किया। 

Short Highlights
  • मेडिकल कालेज के न्यूरोसर्जरी विभाग में हुआ सफल ऑपरेशन
  • हर तरीके से लाचार हो चुका था वाहन चालक मरीज
  • तिरपाल बांधते समय सिर और कमर के बल गिरा था जमीन पर
Meerut News : मेरठ का लाला लाजपत राय स्मारक मेडिकल कॉलेज नित नई ऊंचाइयों को छू रहा है। निजी अस्पतालों में लाखों रुपयों में होने वाला इलाज मेरठ मेडिकल कॉलेज में हजार रुपये या मुफ्त में हो रहा है।

अपने हाथों से सर्जरी करने वाले चिकित्सकों को लडडू खिलाकर मुंह मीठा कराया
मेरठ मेडिकल कालेज के न्यूरी सर्जरी विभाग ने पेशे से वाहन चालक एक व्यक्ति की सर्जरी कर उसको जीवन दान दिया। वाहन चालक के हाथ पैर चलने लगे तो उसने अपने हाथों से सर्जरी करने वाले चिकित्सकों को लडडू खिलाकर मुंह मीठा कराया। वाहन चालक ने अपनी सफल सर्जरी होने पर मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों का धन्यवाद किया। 

स्पाइनल कॉर्ड का सफल ऑपरेशन किया गया
लाला लाजपत राय स्मारक मेडिकल कॉलेज मेरठ परिसर में स्थित पी०एम०एस०एस०वाई० सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक के न्यूरोसर्जरी विभाग में स्पाइनल कॉर्ड का सफल ऑपरेशन किया गया। न्यूरो सर्जरी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अखिल प्रकाश शर्मा ने बताया कि मरीज़ सुधीर 40 साल,पेशे से वाहन चालक हैं। जो कि बुलंदशहर का निवासी है। मेडिकल कॉलेज के न्यूरोसर्जरी विभाग में भर्ती था।

तिरपाल बांधने के दौरान सर और कमर के बल जमीन पर गिर गया था
मरीज़ एक हफ्ता पहले ऊंचाई पर तिरपाल बांधने के दौरान सर और कमर के बल जमीन पर गिर गया था। जिस कारण उसके हाथ और पैरों की ताकत खत्म हो गई थी। इसी के साथ वह दैनिक क्रिया करने की ताकत भी खो चुका था। मरीज जिस समय मेडिकल कॉलेज में भर्ती हुआ उसकी स्थिति काफी गंभीर थी। मेडिकल कॉलेज मेरठ के विशेषज्ञ डॉक्टरों ने मरीज़ की जाँच की।

ऑपरेशन के पश्चात मरीज के दैनिक क्रिया की ताकत वापस आ गई
मेडिकल जांचों के उपरांत मल्टीपल लेवल पर स्पाइनल कॉर्ड के शंकरा होने एवं स्पाइनल कॉर्ड में सूझन बताई गई। इसके बाद मरीज़ का ऑपरेशन किया गया। जिसमें दबाव वाली c5 वर्टेब्रा को काटकर निकल गया एवं साथ में c4 एवं c6 को आंशिक रूप से निकाला गया। खाली जगह पर टाइटेनियम केज डाला गया तथा स्क्रू एवं प्लेट की सहायता से फिक्स किया गया। सफल ऑपरेशन के पश्चात मरीज के दैनिक क्रिया की ताकत वापस आ गई और उसके हाथ पैरों की ताकत में महत्वपूर्ण इजाफा हुआ है।प्राचार्य डॉ आरसी गुप्ता मेडिकल कॉलेज मेरठ ने न्यूरो सर्जरी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अखिल प्रकाश शर्मा को महत्वपूर्ण सर्जरी के लिए बधाई दी।

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