मोहर्रम मजलिस : रोकर कहती है थी जहरा की जाई, घर चलो कर्बला वाले भाई

UPT | गुलाब के फूलों पर जुलजनाह बरामद होकर इमामबारगाह पंजेतनी पहुंचा

Jul 18, 2024 01:53

जैदी चौक से 2 बजे जुलूस अलम-ए-मुबारक बरामद होकर दरबारे हुसैनी पुरानी कोठी पहुंचकर सम्पन्न हुआ जिसमें बड़ी संख्या में हुसैनी सौगवारों और फौजे हुसैनी के रज़ाकारों ने मातम किया

Short Highlights
  • मोहर्रम की नवीं तारीख को शहर में निकला जुलजनाह
  • अलम हजरत अब्बास और गवारये हजरत अली असगर बरामद 
  • तकरीर के बाद अंजुमन दस्ते हुसैनी ने गमगीन नौहे पढ़े  
Muharram news : मेरठ में मोहर्रम की नवीं तारीख को शहर सहित जै़दी फार्म, लोहिया नगर में मंजलिसों का सिलसिला जारी रहा। जुलजनाह, अलम हजरत अब्बास और गवारये हजरत अली असगर बरामद हुए। इमामबारगाह मनसबिया घंटाघर में मौलाना मेहदी हसन ने मंजलिस में अलम-ए-हजरत अब्बास की तारीख बयां की।

मंजलिस के बाद अलम हजरत अब्बास बरामद हुआ
मंजलिस के बाद अलम हजरत अब्बास बरामद हुआ जिसमें अंजुमन इमामिया ने, रात्री में अलहाज डा0 सैयद इकबाल हुसैन (मरहूम) के अज़ाखाने हुसैनाबाद में मौलाना गुलाम अब्बास नौगावा सादात की तकरीर के बाद अंजुमन दस्ते हुसैनी ने गमगीन नौहे पढ़े मजलिस का आयोजन अलहाज सैयद शाह अब्बास सफवी ने किया। छोटी कर्बला कुंआ में मौलाना विकार अहमद रिज़वी और दरबारे हुसैनी जै़दी फार्म में मौलाना नदीम अस़गर तथा इमाम बारगाह पंजेतनी में मौलाना अम्मार हैदर रिज़वी ने इमाम हुसैन और शौहदाये कर्बला की शहादत और जुलजनाह की वफादारी बयां की।

गुलाब के फूलों पर जुलजनाह बरामद
इसके उपरान्त हाजी जहीर आलम अंजुम के अज़ाखाने पंजेतनी पार्क से हैदर अली ताजपुरी की निगरानी में चंद लम्हों के लिये गुलाब के फूलों पर जुलजनाह बरामद होकर इमामबारगाह पंजेतनी पहुंचा। जहां बड़ी संख्या में मौजूद हुसैनी सौगवार जियारत के लिये उमड़ पड़े। इस दौरान शबाब जै़दी, हाजी खुर्शीद जै़दी, शाकिर अली, इरशाद अली, चांद जै़दी, गुलशन आदि ने व्यवस्था संभाली।

गश्ती जुलूस जुलजनाह बरामद हुआ
रात्री 12ः30 बजे सै0 चार शास्त्री नगर स्थित शाहजलाल हाॅल में मौलाना अमीर आलम साहब की तकरीर के बाद गश्ती जुलूस जुलजनाह बरामद हुआ। जो जै़दी फार्म के सभी इमामबारगाहों और अज़ाखानों से होता हुआ वापस प्रातः तीन बजे इसी स्थान पर पहुंचकर सम्पन्न हुआ। प्रबन्धक अली हैदर रिजवी, मुजफ्फर अली, जुल्फिकार अली, मुसर्रत अली, मुशर्रफ अली, हैदर अब्बास आदि जुलूस की व्यवस्था सम्भाले हुये थे। इसके उपरान्त अजान-ए-अली अकबर इमामबारगाह पंजेतनी में मजलिस का आयोजन किया गया। रात्री में शहर सहित जै़दी फार्म, लोहिया नगर में सभी इमामबारगाहे व अज़ाखाने हुसैनी सौगवारों के लिये खुले रहे हजारो पुरूष, महिलाओं और बच्चों ने जियारत की और दुआऐं मांगी। 

जैदी फार्म में जुलूस
यहां भी रईस हुसैन मरहूम की अज़ाखाने जैदी चौक से 2 बजे जुलूस अलम-ए-मुबारक बरामद होकर दरबारे हुसैनी पुरानी कोठी पहुंचकर सम्पन्न हुआ जिसमें बड़ी संख्या में हुसैनी सौगवारों और फौजे हुसैनी के रज़ाकारों ने मातम किया और नौहा पढ़कर माहौल को पुरसोज़ कर दिया। 

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