यूपी में फिर सियासी दंगल : 9 विधायक बने सांसद, उपचुनाव में होगा NDA और INDIA का आमना सामना, किसका बजेगा डंका...

UPT | उपचुनाव

Jun 09, 2024 14:58

6 महीने बाद एक बार फिर से भाजपा और इंडि गठबंधन चुनावी मैदान में आमने-सामने आने वाले है। देखने की बात यह होगी कि यूपी में योगी का डंका ही बजेगा। 

Lucknow News : हाल ही में लोकसभा चुनावों के नतीजे आये है, जिनमें अखिलेश-राहुल के इंडि गठबंधन ने यूपी में शानदार प्रदर्शन किया। यूपी में केवल सपा पार्टी को ही 80 सीटों में से 37 सीटों पर जीत प्राप्त हुई और कांग्रेस को 6 सीटों पर जीत मिली। जबकि भारतीय जनता पार्टी को यूपी में केवल 33 सीटें मिली। अब, 6 महीने बाद एक बार फिर से भाजपा और इंडि गठबंधन चुनावी मैदान में आमने-सामने आने वाले है। देखने की बात यह होगी कि क्या लोकसभा चुनावों के जैसे ही अखिलेश-राहुल का इंडि गठबंधन, भाजपा को कड़ी टक्कर दे पायेगा या फिर यूपी में योगी का डंका ही बजेगा। 

ये विधायक बने सांसद
  • सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव (मैनपुर की करहल विधानसभा सीट)
  • सपा के अवधेश प्रसाद (फैजाबाद की मिल्कीपुर विधानसभा सीट)
  • सपा के लालजी वर्मा (अंबेडकर नगर की कटेहरी विधानसभा सीट)
  • सपा के जियाउर रहमान बर्क (मुरादाबाद की कुंदरकी विधानसभा सीट)
  • भाजपा के अनूप वाल्मीकि प्रधान (अलीगढ़ की खैर विधानसभा सीट)
  • भाजपा के अतुल गर्ग (गाजियाबाद विधानसभा सीट)
  • भाजपा के प्रवीण पटेल (फूलपुर विधानसभा सीट)
  • रालोद के चन्दन चौहान (मीरापुर विधानसभा सीट)
  • निषाद पार्टी के विनोद कुमार बिंद (मिर्जापुर जिले की मझवा विधानसभा सीट)

यूपी में कई विधानसभा सीटें रिक्त
लोकसभा चुनाव 2024 में यूपी के कई विधायक सांसद बन गए हैं। जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी और इंडि गठबंधन के सांसद बनने के बाद यूपी में कई विधानसभा सीटें रिक्त हो गयी है, इसलिए अगले 6 महीने के भीतर इन सीटों पर उपचुनाव होगा। इसके परिणाम साल 2027 के विधानसभा चुनाव के लिए बड़ा संदेश होगा। लोकसभा चुनाव में तो अखिलेश यादव का PDA फार्मूला काफी तेजी से चला था। लेकिन देखने की बात यह होगी कि इनके ये प्लान उपचुनाव में चलेंगे या नहीं।

9 विधायक बने सांसद 
इन लोकसभा चुनाव में सपा को भाजपा से बड़ी सफलता मिली है। इस चुनाव में 9 विधायक सांसद बन चुके हैं। आने वाले 6 महीने के बड़ा सियासी घमासान देखने को मिलेगा। भाजपा जहां जो कमियां रह गई हैं, उन्हें दूर करने का काम करेगी। इसके अलावा समाजवादी पार्टी भी अपने स्तर पर और ताकत लगाते हुए उपचुनाव लड़ेगी।

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