दिल्ली यूनिवर्सिटी में बदले नियम : अब यूजी स्टूडेंट्स को पास होने के लिए करनी होगी अधिक मेहनत, पासिंग क्राइटेरिया बढ़ा

UPT | दिल्ली यूनिवर्सिटी

Jul 27, 2024 13:29

अब स्टूडेंट्स को अगली कक्षा में प्रवेश पाने के लिए 63 प्रतिशत अंक प्राप्त करने होंगे, जो पहले के 50 प्रतिशत के मानदंड से काफी अधिक है।

New Delhi : दिल्ली यूनिवर्सिटी ने यूजी स्टूडेंट्स के लिए नियमों में बदलाव किया गया है। नए नियमों के अनुसार, अब स्टूडेंट्स को अगली कक्षा में प्रवेश पाने के लिए 63 प्रतिशत अंक प्राप्त करने होंगे, जो पहले के 50 प्रतिशत के मानदंड से काफी अधिक है। ये नियम अंडरग्रेजुएट कोर्सेस के लिए है और सभी यूजी स्टूडेंट्स पर लागू होगा। हालांकि कुछ खास स्टूडेंट्स को इस नियम के दायरे में नहीं बांधा जाएगा। 

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दोनों सेमेस्टर में मिलाकर इतने अंक
नए नियमों के तहत, छात्रों को प्रथम और द्वितीय सेमेस्टर में मिलाकर कुल सात पेपर उत्तीर्ण करने होंगे और कम से कम 22 क्रेडिट अर्जित करने होंगे। अब स्टूडेंट्स को अगली कक्षा में प्रवेश पाने के लिए 63 प्रतिशत अंक प्राप्त करने होंगे। तभी उनका प्रमोशन अगली क्लास में होगा। पहले दोनों सेमेस्टर में मिलाकर अगर 50 फीसदा अंक होते थे तो भी प्रमोशन हो जाता था लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।



इन कैंडिडेट्स को मिलेगी छूट
हालांकि, विश्वविद्यालय ने कुछ विशेष श्रेणियों के छात्रों को इस नियम से छूट दी है। इनमें खेल, पाठ्येतर गतिविधियों, राष्ट्रीय कैडेट कोर (NCC), और राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) में सक्रिय भागीदारी करने वाले छात्र शामिल हैं। इन छात्रों को अपने संबंधित कॉलेज प्रशासन से विशेष अनुमति लेनी होगी।

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क्यों बदले नियम
दिल्ली विश्वविद्यालय ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) के कार्यान्वयन में आ रही चुनौतियों से निपटने के लिए यह नया नियम लागू किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, विश्वविद्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि स्नातक पाठ्यक्रम रूपरेखा (UGCF) को लागू करने में कठिनाइयां आ रही थीं। इन समस्याओं को दूर करने के लिए यह कदम उठाया गया है। नए नियम का उद्देशय एनईपी के लक्ष्यों को प्राप्त करना और शैक्षणिक गुणवत्ता को बढ़ावा देना है। 

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