बिहार में नीतीश कुमार के एनडीए के साथ जाने की अटकलों के बीच अखिलेश यादव ने नीतीश को पीएम बनाए जाने की पेशकश कर दी। उधर मायावती के अकेले चुनाव लड़ने के एलान के बाद भी वह कुछ ऐसा ही कह रहे थे। लेकिन सवाल है कि जिस गठबंधन में पहले से ही पीएम पद के तमाम चेहरे हों, वहां इन दो नामों का जिक्र करने का क्या अर्थ निकलता है?