श्रावस्ती
श्रावस्ती में कई स्कूलों में पांच शिक्षकों को फर्जी दस्तावेजों के कारण बर्खास्त कर दिया गया है। इनमें चार प्रधानाध्यापक और एक सहायक शिक्षक शामिल हैं। इन शिक्षकों के खिलाफ विभागीय जांच की जा रही थी। उन्हें कई बार अपना पक्ष प्रस्तुत करने ...और पढ़ें
उत्तर प्रदेश में भाजपा को 33 सीटें ही मिल पाई हैं। लेकिन इसमें सबसे दिलचस्प श्रावस्ती की सीट है। श्रावस्ती से इंडी गठबंधन के प्रत्याशी राम शिरोमणि वर्मा ने जीत दर्ज की है।और पढ़ें
श्रावस्ती में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, INDI गठबंधन में तीन भयंकर बीमारियां हैं, जिससे देश को सावधान रहना जरूरी है। इनकी सबसे बड़ी बीमारी है कि ये लोग घोर साम्प्रदायिक हैं, ये घोर जातिवादी हैं और ये घोर परिवारवादीहैं। ये तीनों बीमारियां देश के लिए कैंसर से भी ज्यादा वि...और पढ़ें
श्रावस्ती
जिलाअधिकारी कृतिका शर्मा ने बताया कि जनपद में होने वाली पुलिस भर्ती परीक्षा को लेकर तैयारी पूरी कर ली गई है। यह परीक्षा नकल विहीन और शांतिपूर्ण ढंग से सुनिश्चित कराई जाएगी। परीक्षा केंद्रों पर पेयजल शौचालय और बिजली की पूरी व्यवस्था की गई है। और पढ़ें
मामला श्रावस्ती जनपद के थाना मल्हीपुर के गणेशपुर गांव की है। जहां पर उत्तम कुमार श्रीवास्तव नाम का एक व्यक्ति अपनी प्रेमिका से मिलने के लिए मल्हीपुर खुर्द से गणेशपुर गांव पहुंचा था। वह बेचेलाल वर्मा के खाली पड़े मकान में अपनी प्रेमिका से मिला।और पढ़ें
श्रावस्ती में जहां नीति आयोग के अनुसार स्वास्थ्य सेवाएं और शिक्षा जीरो पायदान पर हैं, वहीं स्वास्थ्य विभाग के अथक प्रयास के बाद श्रावस्ती की स्वास्थ्य सेवाएं अब सुधरने लगी हैं। अति पिछड़े जिलों में शुमार श्रावस्ती की स्वास्थ्य सेवाएं काफी जर्जर थीं। जिसके कारण यह जिला प्रदेश म...और पढ़ें
तेज रफ्तार बाइक सवार ने रविवार शाम को एक साइकिल में ठोकर मार दी। हादसे में साइकिल पर सवार अधेड़ गंभीर रूप से घायल हो गया। अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। बाइक सवार भी दुर्घटना में घायल हो गया।और पढ़ें
श्रावस्ती लोकसभा सीट दो जिलों को मिलाकर बनी है, जिनमें बलरामपुर और श्रावस्ती शामिल हैं। 2009 में हुए नए परिसीमन के बाद बलरामपुर सीट का नाम बदलकर श्रावस्ती हो गया था। इस सीट पर 2019 में बसपा के उम्मीदवार ने जीत हासिल कर सबको चौंका दिया था। जिसको लेकर आगामी चुनावों में सभी राजन...और पढ़ें
जैन साहित्य में इसके लिए 'चंद्रपुरी' तथा 'चंद्रिकापुरी' नाम भी मिलते हैं। महाकाव्यों एवं पुराणों में श्रावस्ती को राम के पुत्र लव की राजधानी बताया गया है।और पढ़ें
इतिहास के पन्नों में इस जिले का लंबा इतिहास दर्ज है। यह जिला कौशल का एक प्रमुख नगर हुआ करता था। भगवान बुद्ध के जीवन काल में श्रावस्ती कौशल देश की राजधानी थी। इसे बुद्धकालीन भारत के 6 महानगरों, चम्पा, राजगृह, श्रावस्ती, साकेत, कौशाम्बी और वाराणसी में से एक माना जाता था। और पढ़ें
श्रावस्ती जिले का इतिहास अपने आप में सांस्कृतिक, पौराणिक और प्राचीन गाथाएं समेटे हुए है। श्रावस्ती जिला प्राचीन भारत के कौशल राज्य की दूसरी राजधानी हुआ करता था। यहां महात्मा बुद्ध ने कई वर्ष तक वास किया था। वहीं भगवान राम के पुत्र लव से भी इसका नाता रहा है।और पढ़ें