Jhansi News : रानी लक्ष्मीबाई कृषि विश्वविद्यालय में 8 नए मास्टर कोर्स और 2 पीएचडी शुरू, जानिए पूरी डिटेल

UPT | झांसी।

Aug 26, 2024 01:05

केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय में अब छात्रों के पास कृषि, पशु चिकित्सा और मत्स्य पालन जैसे क्षेत्रों में करियर बनाने के और अधिक अवसर होंगे।

Jhansi News : रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय ने कृषि शिक्षा के क्षेत्र में एक बड़ा कदम उठाते हुए आठ नए मास्टर कोर्स और दो नए विषयों में पीएचडी शुरू करने का निर्णय लिया है। यह निर्णय विश्वविद्यालय के बोर्ड ऑफ स्टडीज और विद्या परिषद की बैठक में लिया गया।

नए मास्टर कोर्स और पीएचडी
कॉलेज ऑफ हॉर्टिकल्चर एंड फॉरेस्ट्री : एमएससी प्लांटेशन स्पाइसेस मेडिशनल एंड एरोमेटिक क्रॉप्स और फॉरेस्ट प्रोडक्ट यूटिलाइजेशन में पीएचडी।
कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चर : एग्रीकल्चर एक्सटेंशन एजुकेशन में पीएचडी।
कॉलेज ऑफ वेटनरी साइंस : एमवीएससी वेटनरी बायोकेमिस्ट्री, एमवीएससी वेटनरी एनाटॉमी, एमवीएससी वेटनरी माइक्रोबायोलॉजी, एमवीएससी वेटनरी एनिमल जेनेटिक्स एंड ब्रीडिंग और एमवीएससी लाइव स्टॉक प्रोडक्शन एंड मैनेजमेंट।
कॉलेज ऑफ फिशरीज : एमएससी फिशरीज रिसोर्स मैनेजमेंट और एमएससी फिशरीज एक्वा कल्चर।

प्रवेश इसी शैक्षणिक सत्र 2024-25 से शुरू हो जाएंगे
रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. एके सिंह ने बताया कि इन सभी नए कोर्सों और पीएचडी कार्यक्रमों में प्रवेश इसी शैक्षणिक सत्र 2024-25 से शुरू हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि इन नए कोर्सों के शुरू होने से छात्रों के पास कृषि, पशु चिकित्सा और मत्स्य पालन जैसे क्षेत्रों में करियर बनाने के और अधिक अवसर होंगे।

विश्वविद्यालय में कुल मास्टर कोर्स
इसके साथ ही अब विश्वविद्यालय में कुल मास्टर कोर्सों की संख्या बढ़कर 26 हो गई है। इससे पहले विश्वविद्यालय में 18 मास्टर कोर्स चल रहे थे।

देश के कृषि विकास में भी योगदान होगा
रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय द्वारा शुरू किए गए ये नए कोर्स और पीएचडी कार्यक्रम कृषि शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हैं। इससे न केवल छात्रों को बेहतर अवसर मिलेंगे बल्कि देश के कृषि विकास में भी योगदान होगा।

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