कानपुर से अच्छी खबर : अमीनाबाद बना यूपी का पहला सैनेटरी मुक्त गांव, पढ़िये क्या है खास...

UPT | अमीनाबाद बना यूपी का पहला सैनेटरी मुक्त गांव।

May 29, 2024 18:10

विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस के अवसर पर आईआईटी कानपुर के स्टार्टअप इनक्यूबेशन एंड इनोवेशन सेंटर (एसआईआईसी) द्वारा इनक्यूबेट किए गए स्टार्टअप माइल्डकेयर्स ने अमीनाबाद उर्फ बड़ागांव गांव में अपने...

Kanpur News : विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस के अवसर पर आईआईटी कानपुर के स्टार्टअप इनक्यूबेशन एंड इनोवेशन सेंटर (एसआईआईसी) द्वारा इनक्यूबेट किए गए स्टार्टअप माइल्डकेयर्स ने अमीनाबाद उर्फ बड़ागांव गांव में अपने उत्पाद गाइनोकप मासिक धर्म कप (GynoCup Menstrual Cups) वितरित करके एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। इस पहल ने गांव की महिलाओं को मासिक धर्म कप (Menstrual Cups) का उपयोग करने में सफलतापूर्वक मदद की, जिससे उत्तर प्रदेश के पहले 'सैनिटरी पैड-मुक्त गांव' के रूप में इसकी आधिकारिक घोषणा का मार्ग प्रशस्त हो गया। 

गाइनोकप अधिक स्वच्छ विकल्प 
यह अभूतपूर्व उपलब्धि इस क्षेत्र में बेहतर मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन, पर्यावरणीय स्थिरता और महिला स्वास्थ्य सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। माइल्डकेयर्स का गाइनोकप (GynoCup) डिस्पोजेबल सैनिटरी पैड का एक पुन: प्रयोज्य, लागत प्रभावी और पर्यावरण के अनुकूल विकल्प प्रदान करता है। मासिक धर्म कप (Menstrual cups) सैनिटरी पैड की तुलना में कई फायदे प्रदान करते हैं। वे न केवल लागत प्रभावी और पर्यावरण के अनुकूल हैं, बल्कि एक सुरक्षित और अधिक स्वच्छ विकल्प भी प्रदान करते हैं। डिस्पोजेबल पैड पर निर्भरता को कम करके, मासिक धर्म कप संक्रमण के जोखिम को काफी कम कर सकते हैं और बेहतर मासिक धर्म स्वास्थ्य को बढ़ावा दे सकते हैं।

पर्यावरण पर इसका प्रभाव काफी कम होता है 
आईआईटी कानपुर के एसआईआईसी विभाग के सीईओ डॉ. निखिल अग्रवाल ने माइल्डकेयर्स के सफल प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि पुनः प्रयोज्य मासिक धर्म कप (Reusable Menstrual cups) का उपयोग करने से अपशिष्ट में कमी आती है, जिससे पर्यावरण पर इसका प्रभाव काफी कम होता है। यह पहल माइल्डकेयर्स जैसे अभिनव स्टार्टअप का समर्थन करके सामाजिक परिवर्तन के लिए आईआईटी कानपुर की प्रतिबद्धता को दर्शाती है, जो समुदायों को स्थायी समाधानों के साथ सशक्त बनाती है।  

मासिक धर्म स्वास्थ्य प्रथाओं को अपनाने की प्रेरणा मिलेगी 
माइल्डकेयर्स की सह-संस्थापक और स्विच2कप पहल (Switch2Cup Initiative) की प्रमुख रचना व्यास ने कहा कि अमीनाबाद उर्फ बड़ागांव की सफलता व्यापक शिक्षा और सामुदायिक भागीदारी के प्रभाव को दर्शाती है। माइल्डकेयर्स इन सकारात्मक बदलावों को देखकर रोमांचित है और उम्मीद करता है कि इससे अन्य क्षेत्रों को भी स्थायी मासिक धर्म स्वास्थ्य प्रथाओं को अपनाने की प्रेरणा मिलेगी। अमीनाबाद उर्फ बड़ागांव में माइल्डकेयर्स की अग्रणी पहल आशा की किरण के रूप में कार्य करेगी, जो एक ऐसे भविष्य का मार्ग प्रशस्त करेगी है, जहां मासिक धर्म स्वच्छता, पर्यावरण चेतना और महिला स्वास्थ्य एक साथ चलते हैं।

साल 2019 में हुई थी कंपनी की स्थापना
बता दें कि माइल्डकेयर्स प्राइवेट लिमिटेड की स्थापना 2019 में हुई। इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है। यह महिलाओं के स्वास्थ्य पर केंद्रित एक व्यक्तिगत देखभाल कंपनी है। उनका प्रमुख उत्पाद, गाइनोकप मासिक धर्म कप, जिसे 2020 में लॉन्च किया गया, पारंपरिक सैनिटरी पैड का एक टिकाऊ, किफ़ायती और उपयोगकर्ता के अनुकूल विकल्प है। इसका उद्देश्य मासिक धर्म स्वच्छता में सुधार करना और महिलाओं को सशक्त बनाना है।

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