Kanpur News : एसआईआईसी, आईआईटी कानपुर और जीबी पंत विश्वविद्यालय ने कृषि प्रौद्योगिकी नवाचारों और स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए हाथ मिलाया

UPT | कृषि प्रौद्योगिकी नवाचारों और स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए मौजूद लोग।

Jun 26, 2024 18:30

कृषि में नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए,कानपुर आईआईटी में स्टार्टअप इनक्यूबेशन एंड इनोवेशन सेंटर (एसआईआईसी) और जी.बी. पंत कृषि और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (जीबीपीयूएएंडटी) ने उत्तराखंड के…

Kanpur News : कृषि में नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए,कानपुर आईआईटी में स्टार्टअप इनक्यूबेशन एंड इनोवेशन सेंटर (एसआईआईसी) और जी.बी. पंत कृषि और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (जीबीपीयूएएंडटी) ने उत्तराखंड के पंतनगर स्थित जीबीपीयूएएंडटी में एग्रीटेक इनोवेशन एंड स्टार्टअप मीट की संयुक्त मेजबानी की। कार्यक्रम में कृषि नवाचार क्षेत्र की प्रमुख हस्तियों ने अपने विचार रखे, जिनमें डॉ. अजीत सिंह नैन, अनुसंधान निदेशक, जीबीपीयूएएंडटी प्रो. अमिताभ बंद्योपाध्याय, सह-प्रभारी प्रोफेसर, एसआईआईसी आईआईटी कानपुर; और डॉ. अमिता जोशी, उप महाप्रबंधक, बीआईआरएसी (BIRAC) ने दोनों संस्थानों के कृषि प्रौद्योगिकी स्टार्टअप्स को विचार और विकास से लेकर सत्यापन, नियामक अनुपालन, किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) के साथ जुड़कर बाजार तक पहुंच आदि की यात्रा में समर्थन देने की अपनी प्रतिबद्धता पर जोर दिया।

जीबीपीयूएएंडटी (GBPUA&T) के कुलपति डॉ. मनमोहन सिंह चौहान ने देश के उत्तरी क्षेत्र में कृषि प्रौद्योगिकी नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र के उत्थान के लिए इस साझेदारी की महत्वपूर्ण क्षमता पर प्रकाश डाला। एसआईआईसी आईआईटी (SIIC IIT Kanpur) कानपुर के सह-प्रभारी प्रोफेसर अमिताभ बंद्योपाध्या ने कहा, जी.बी. पंत विश्वविद्यालय के फैकल्टी और छात्र सदस्यों की ओर से प्रदर्शित उत्साह बहुत ही प्रभावशाली था। मुझे विश्वास है कि यह संबंध इन दो महान संस्थानों और सम्पूर्ण भारतवर्ष के स्टार्टअप इकोसिस्टम के लिए वांछित परिणाम देगा।
जीबीपीयूएएंडटी (GBPUA&T) के अनुसंधान निदेशक डॉ. अजीत सिंह नैन ने इस साझेदारी के दूरगामी प्रभाव पर प्रकाश डालते हुए कहा, "आईआईटी कानपुर के सहयोग से आयोजित यह एक दिवसीय कार्यशाला, नवाचार और उत्कृष्टता की दिशा में हमारे विश्वविद्यालय के प्रयासों को जारी रखेगी । 

मुख्य आकर्षण समझौता ज्ञापन (एमओयू) का आदान-प्रदान था
इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण एसआईआईसी, आईआईटी कानपुर और जीबी पंत विश्वविद्यालय के बीच समझौता ज्ञापन (एमओयू) का आदान-प्रदान था। यह समझौता ज्ञापन सहयोग, तकनीकी मार्गदर्शन की सुविधा और स्टार्टअप्स को समर्थन देने के लिए संयुक्त प्रयासों के लिए एक रूपरेखा स्थापित करता है। एसआईआईसी, आईआईटी कानपुर के प्रो. अमिताभ बंद्योपाध्याय और जीबीपीयूएएंडटी के डॉ. एएस नैन ने कार्यक्रम के दौरान समझौता ज्ञापन का आदान-प्रदान किया। इस कार्यक्रम ने दोनों विश्वविद्यालयों के स्टार्टअप्स को अपने परिवर्तनकारी उपक्रमों को प्रदर्शित करने के लिए एक मंच प्रदान किया। एसआईआईसी, आईआईटी कानपुर और जीबीपीयूएएंडटी के स्टार्टअप्स ने उपस्थित लोगों के सामने अपनी नवीन तकनीकों को प्रस्तुत किया। 

बता दें कि 2000 में स्थापित, स्टार्ट-अप इनक्यूबेशन एंड इनोवेशन सेंटर (SIIC), आई आई टी कानपुर, कई सफलताओं के साथ सबसे पुराने प्रौद्योगिकी व्यवसाय इनक्यूबेटरों में से एक है। 2018 में, संस्थान नेतृत्व इनक्यूबेटर के संचालन को फाउंडेशन फॉर रिसर्च एंड इनोवेशन इन साइंस एंड टेक्नोलॉजी (FIRST) के तहत लाया, जो आई आई टी कानपुर द्वारा प्रवर्तित एक सेक्शन-8 कंपनी है। दो दशकों से अधिक समय से विकसित बहुआयामी, जीवंत इनक्यूबेशन इकोसिस्टम, किसी विचार को व्यवसाय में परिवर्तित करने के मार्ग में आने वाली सभी बाधाओं को दूर करने का काम करता आ रहा है।

पंतनगर विवि को भारत का पहला कृषि विश्वविद्यालय होने का गौरव प्राप्त
वहीं जी.बी. पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय की बात करें तो 1960 में स्थापित जी.बी. पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (जीबीपीयूएटी), जिसे पंतनगर विश्वविद्यालय के नाम से भी जाना जाता है। पंतनगर विवि को भारत का पहला कृषि विश्वविद्यालय होने का गौरव प्राप्त है। उत्तराखंड में स्थित यह सरकारी विश्वविद्यालय भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच सफल साझेदारी का प्रतीक है। इसकी स्थापना ने देश में कृषि शिक्षा, अनुसंधान और विस्तार में क्रांति ला दी, जिससे 31 अतिरिक्त कृषि विश्वविद्यालयों के निर्माण का मार्ग प्रशस्त हुआ।

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