Kanpur News : डिजाइन विकास में लगे छात्रों को मिला 2.5 लाख का अनुदान

UPT | डिजाइन कम्पोनेन्ट कार्यक्रम

Feb 12, 2024 18:28

एमएसएमई डिजाइन योजना एमएसएमई के लिए 15 से 40 लाख रुपये तक और डिजाइन विकास में लगे छात्रों के लिए 2.5 लाख रुपये तक का अनुदान प्रदान...

Short Highlights
  • एसआईआईसी, आईआईटी कानपुर ने की एमएसएमई इनोवेटिव डिजाइन योजना पर कार्यक्रम की मेजबानी
  • एमएसएमई डिजाइन योजना एमएसएमई के लिए 15 से 40 लाख रुपये तक, कार्यशाला में दी गई जानकारी
Kanpur News : एमएसएमई डिजाइन योजना एमएसएमई के लिए 15 से 40 लाख रुपये तक और डिजाइन विकास में लगे छात्रों के लिए 2.5 लाख रुपये तक का अनुदान प्रदान किया जाता है। यह जानकारी आईआईटी कानपुर में एमएसएमई इनोवेटिव स्कीम के डिजाइन कम्पोनेन्ट पर एक दिवसीय सूचनात्मक जागरूकता कार्यक्रम में दी गई। सोमवार को आईआईटी कानपुर में स्टार्टअप इनक्यूबेशन एंड इनोवेशन सेंटर (एसआईआईसी) ने वर्ल्ड एसोसिएशन फॉर स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज (डब्ल्यूएएसएमई) के सहयोग से और एमएसएमई मंत्रालय के समर्थन से  डब्ल्यूएएसएमई के तहत एमएसएमई इनोवेटिव स्कीम का डिजाइन कम्पोनेन्ट कार्यक्रम हुआ। कार्यक्रम का उद्देश्य योजना के तहत मिले अवसरों का लाभ उठाकर एमएसएमई को सशक्त बनाना है। 

एमएसएमई इनोवेटिव योजना का लाभ उठाने का आह्वान
एसआईआईसी, आईआईटी कानपुर में प्रबंधक डॉ. रिद्धि महनसरिया ने बताया कि डिज़ाइन योजना एमएसएमई को डिज़ाइन के हर पहलू पर सहायता प्राप्त करने में सहायता करेगी। यह एमएसएमई को उनके डिजाइन-संबंधित उद्देश्यों को विकसित करने और पूरा करने में सक्षम बनाता है। उन्होंने कार्यक्रम के महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में बताया। कहा, एमएसएमई इनोवेटिव योजना की क्षमता का लाभ उठाने का आह्वान किया। उन्होंने पिछले लाभार्थियों द्वारा बाजार में उतारे गए उन्नत उत्पादों के बारे में जानकारी दी, जिनमें फूल को स्टार्टअप, कल्चर, प्राइमरी हेल्थटेक और अन्य स्टार्टअप शामिल हैं।

'आत्मनिर्भर भारत' के मिशन को सफल बनाने का लक्ष्य
प्रो. अंकुश शर्मा, प्रोफेसर प्रभारी, स्टार्ट-अप इनक्यूबेशन एंड इनोवेशन सेंटर, आईआईटी कानपुर ने कहा, हमारे डब्ल्यूएएसएमई और एमएसएमई मंत्रालय के प्रयासों से इस कार्यक्रम में प्रतिभागियों को ज्ञान मिला है। साथ ही संबंधित संसाधनों के साथ सशक्त बनाने में आधार के रूप में काम करता है। उन्होंने कहा, मेंन्टरशिप, आधारिक संरचना, और एक परिपालन वातावरण प्रदान करके, एसआईआईसी 'आत्मनिर्भर भारत' के मिशन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान कर रहा है। 

अर्थव्यवस्था में एमएसएमई का महत्वपूर्ण योगदान
डब्ल्यूएएसएमई के कार्यकारी सचिव डॉ. संजीव लायेक ने भारतीय अर्थव्यवस्था में एमएसएमई के महत्वपूर्ण योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने प्रतिभागियों को योजना के जरिए कुशलतापूर्वक समाधान विकसित करने एवं उनके प्रभाव को बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया। ईवाई के सलाहकार रोनी बनर्जी ने उत्पाद विकास यात्रा में डिज़ाइन थिंकिंग के महत्व पर चर्चा की। योजना की जरूरतों को समझें। समस्या विवरणों को प्रभावी ढंग से पहचानने में एमएसएमई की भूमिका पर प्रकाश डाला।

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