Lucknow News : पीलीभीत के भरा पचपेड़ा का होगा औद्योगिक क्षेत्र के तौर पर मेकओवर, योगी सरकार ने शुरू की तैयारी

UPT | सीएम योगी आदित्यनाथ

Jul 15, 2024 19:40

प्रदेश में औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के साथ ही बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध कराने और स्ट्रैटेजिक लोकेशंस को नए तरीके से औद्योगिक क्षेत्र के तौर पर विकसित करने की दिशा में योगी सरकार कई परियोजनाओं पर कार्य कर रही है।

Short Highlights
  • योगी सरकार कई परियोजनाओं पर कार्य कर रही
  • दो फेज में होगी विकास प्रक्रिया
Lucknow News :  उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने के लिए कृत संकल्प योगी सरकार ने प्रदेश को वन ट्रिलियन डॉलर की इकॉनमी बनाने की दिशा में लगातार प्रयास कर रही है। प्रदेश में औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के साथ ही बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध कराने और स्ट्रैटेजिक लोकेशंस को नए तरीके से औद्योगिक क्षेत्र के तौर पर विकसित करने की दिशा में योगी सरकार कई परियोजनाओं पर कार्य कर रही है। अब इसी कड़ी में पीलीभीत के भरा पचपेड़ा को भी औद्योगिक क्षेत्र के तौर वर विकसित करने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा रहा है।

उल्लेखनीय है कि तराई का यह क्षेत्र उत्तराखंड से सटा हुआ है, ऐसे में यहां औद्योगिक निवेश तो आया ही है, कुछ औद्योगिक इकाइयां भी संचालित हो रही है। अब उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकिरण (यूपीसीडा) द्वारा यहां औद्योगिक क्षेत्र के विकास से बड़े स्तर पर कायाकल्प होगा। सीएम योगी के विजन अनुसार इस क्षेत्र को ट्रांसफॉर्म करने के लिए एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार की गई थी। अब इसी कार्ययोजना पर कार्य करते हुए यूपीसीडा 304.83 करोड़ रुपए की लागत से पीलीभीत के भरा पचपेड़ा को औद्योगिक हब के रूप में विकसित करने की प्रक्रिया शुरू करने जा रही है।

दो फेज में होगी विकास प्रक्रिया
यूपीसीडा ने पचपेड़ा क्षेत्र को दो फेजों में औद्योगिक क्षेत्र के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया है। पहले फेज में 184.12 करोड़ रुपए और दूसरे फेज में 120.71 करोड़ रुपए खर्च करके विकास कार्यों को पूरा किया जाएगा। इन सभी निर्माण कार्यों के लिए यूपीसीडा ने रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल (आरएफपी) के माध्यम से आवेदन मांगे हैं। इन कार्यों को इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट और कंस्ट्रक्शन (ईपीसी) माध्यम से पूरा किया जाएगा, और एजेंसी निर्धारण के बाद 18 महीने के अंदर इन विकास कार्यों को पूरा करने की योजना बनाई गई है। समस्त निर्माण कार्यों के डिफेक्ट लाइबिलिटी पीरियड (डीएलपी) के रूप में 36 महीनों की समय सीमा निर्धारित की गई है, जबकि डीएलपी के दौरान 3 महीने का मेंटिनेंस पीरियड भी शामिल होगा।

रोड व ब्रिज वर्क समेत तमाम प्रकार के निर्माण व विकास कार्य होंगे पूर्ण 
परियोजना के अंतर्गत भरा पचपेड़ा के विकास का जो खाका तैयार किया गया है, उसमें रोड्स और बिजली का नेटवर्क भी शामिल है। इस परियोजना के तहत 18 से 45 मीटर चौड़ी सड़कों का नेटवर्क विकसित किया जाएगा। इसमें अर्थवर्क, रोड पेवमेंट, रोड लेकर, रोड मार्किंग, साइनेज, ट्रक लेन, रोड ड्रेनेज वर्क्स, फुटपाथ, मीडियन और जंक्शन का विकास शामिल है। इसमें 160 मीटर लंबाई के 6 लेन वाले बड़े ब्रिज का निर्माण भी होगा। एक एलिवेटेड सर्विस रिजर्वॉयर के साथ ही पोर्टेबल सप्लाई वाटर नेटवर्क का विकास भी किया जाएगा। इसके अलावा, यहां बोरवेल और ओपन वेल भी निर्मित किए जाएंगे। डोमेस्टिक सीवेज कलेक्शन नेटवर्क, सॉलिड वेस्ट ट्रीटमेंट प्लांट, एफिशिएंट पावर सप्लाई के साथ-साथ इंटरनेट एक्सेस के लिए ऑप्टिकल फाइबर और वाईफाई जैसी विभिन्न सुविधाओं से भी यहां का विकास किया जाएगा। इस परियोजना में प्रत्येक प्लॉट को प्लग एंड प्ले फैसिलिटीज से भी युक्त किया जाएगा।

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