उत्तर प्रदेश में उपवन योजना की शुरुआत : हरियाली बढ़ाने के लिए उठाए जाएंगे कदम, 70 करोड़ रुपये का बजट पास

UPT | उपवन योजना

Jul 11, 2024 19:50

उपवन योजना नगर विकास विभाग द्वारा शुरू की गई है और इसका लक्ष्य शहरी वातावरण में एक हरित क्रांति लाना है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की यह योजना पर्यावरण संरक्षण, जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने...

Lucknow News : उत्तर प्रदेश सरकार ने एक महत्वाकांक्षी पहल की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य राज्य के शहरी क्षेत्रों में हरियाली को बढ़ावा देना है। इस योजना का नाम "उपवन योजना" है। उपवन योजना नगर विकास विभाग द्वारा शुरू की गई है और इसका लक्ष्य शहरी वातावरण में एक हरित क्रांति लाना है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की यह योजना पर्यावरण संरक्षण, जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने और स्थानीय जैव विविधता को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह पहल न केवल वर्तमान पीढ़ी के लिए लाभदायक होगी, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी एक स्वस्थ और हरा-भरा वातावरण सुनिश्चित करेगी।

70 करोड़ का पास 
उपवन योजना के लिए सरकार ने ₹70 करोड़ का वार्षिक बजट आवंटित किया है। यह राशि विभिन्न नगरीय निकायों के बीच उनकी आवश्यकताओं और क्षमताओं के अनुसार वितरित की जाएगी। नगर निगमों को ₹1.5 करोड़ से ₹5 करोड़ तक, नगर पालिकाओं को ₹50 लाख से ₹1.5 करोड़ तक, और नगर पंचायतों को ₹50 लाख की राशि प्रदान की जाएगी। यह वित्तीय आवंटन योजना के व्यापक और प्रभावी कार्यान्वयन को सुनिश्चित करेगा।

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विशेष समिति का गठन होगा
योजना के सुचारू संचालन के लिए, स्थानीय निकाय स्तर पर एक विशेष समिति का गठन किया जाएगा। नगर निगमों में, नगर आयुक्त इस समिति का नेतृत्व करेंगे, जबकि नगर पालिका और नगर पंचायत स्तर पर, जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) इसकी अगुवाई करेंगे। यह व्यवस्था स्थानीय स्तर पर योजना के कार्यान्वयन की निगरानी और समन्वय सुनिश्चित करेगी। उपवन योजना का मुख्य उद्देश्य शहरी क्षेत्रों में बढ़ते प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन के प्रभावों और प्राकृतिक स्थानों की कमी जैसी समस्याओं का समाधान करना है। इस योजना के तहत, शहरों में नए हरित क्षेत्र विकसित किए जाएंगे, जो न केवल वायु गुणवत्ता में सुधार लाएंगे, बल्कि जल संरक्षण और विभिन्न प्रजातियों के लिए प्राकृतिक आवास भी प्रदान करेंगे।

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योजना में मियावाकी वृक्षारोपण विधि होगा उपयोग
प्रमुख सचिव नगर विकास, अमृत अभिजात ने बताया कि उपवन योजना की रणनीति में भूमि क्षेत्रों का चयन बहुत सावधानी से किया जाएगा। प्रत्येक पार्क का न्यूनतम क्षेत्रफल 1 एकड़ निर्धारित किया गया है, जो यह सुनिश्चित करेगा कि हरित क्षेत्र पर्याप्त विस्तार और प्रभाव वाले हों। योजना में मियावाकी वृक्षारोपण विधि का उपयोग एक महत्वपूर्ण पहलू है। यह जापानी तकनीक छोटे क्षेत्रों में घने और विविध वन विकसित करने में मदद करेगी। इस विधि से न केवल तेजी से हरियाली बढ़ेगी, बल्कि स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र को भी मजबूती मिलेगी।

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योजना के होंगे कई लाभ
उपवन योजना का महत्वपूर्ण लक्ष्य समुदाय की भागीदारी को प्रोत्साहित करना है। इसके तहत, स्थानीय निवासियों को इन हरित स्थानों के रोपण और रखरखाव में शामिल किया जाएगा। यह न केवल योजना की दीर्घकालिक सफलता सुनिश्चित करेगा, बल्कि लोगों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता और जिम्मेदारी की भावना भी विकसित करेगा। इस योजना से भूजल पुनर्भरण को भी बढ़ावा मिलेगा। हरित क्षेत्रों का विस्तार जल संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, जो शहरी क्षेत्रों में पानी की कमी की समस्या से निपटने में मददगार होगा। उपवन योजना उत्तर प्रदेश के शहरों को न केवल सुंदर बनाएगी, बल्कि उन्हें जलवायु परिवर्तन के प्रति अधिक लचीला भी बनाएगी। यह पहल शहरी जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने, प्रदूषण को कम करने और स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र को संरक्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

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