महाराष्ट्र में भी अखिलेश का PDA फॉर्मूला : अल्पसंख्यक प्रदेश अध्यक्ष के साथ चार प्रभारियों को जिम्मा, इनमें एक पिछड़ा और दो दलित

UPT | अखिलेश यादव ने चार बड़े नेताओं का दी जिम्मेदारी

Aug 30, 2024 16:07

पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरुवार को लखनऊ में एक रणनीतिक बैठक आयोजित की, जिसमें महाराष्ट्र के प्रदेश अध्यक्ष अबू आजमी सहित अन्य वरिष्ठ नेता शामिल हुए...

Short Highlights
  • महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए सपा कर रही तैयारी
  • सपा की बैठक में महाराष्ट्र के प्रदेश अध्यक्ष शामिल हुए
  • पार्टी के चार प्रमुख नेता महाराष्ट्र के प्रभारी नियुक्त
New Delhi News : समाजवादी पार्टी (सपा) ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरुवार को लखनऊ में एक रणनीतिक बैठक आयोजित की, जिसमें महाराष्ट्र के प्रदेश अध्यक्ष अबू आजमी सहित अन्य वरिष्ठ नेता शामिल हुए। इस बैठक में पार्टी ने उन विधानसभा क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देने का फैसला किया, जहां उत्तर प्रदेश के मूल निवासियों की संख्या अधिक है।

इन्हें मिली जिम्मेदारी
सपा ने चुनावी तैयारियों को गति देने के लिए चार प्रमुख नेताओं को महाराष्ट्र का प्रभारी नियुक्त किया है। इनमें उत्तर प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता माता प्रसाद पांडेय, कौशांबी के मंझनपुर से विधायक इंद्रजीत सरोज, केराकत से तूफानी सरोज और जौनपुर की मलहनी सीट से विधायक लकी यादव शामिल हैं। इन नियुक्तियों में पीडीए समीकरण का विशेष ध्यान रखा गया है। जिसमें दो दलित, एक पिछड़ा वर्ग और एक ब्राह्मण समुदाय के प्रतिनिधि शामिल हैं। जबकि महाराष्ट्र के प्रदेश अध्यक्ष अबू आजमी पहले से अल्पसंख्यकों का नेतृत्व करते आ रहे हैं।



महा विकास अघाड़ी गठबंधन के साथ लड़ सकते हैं चुनाव
अखिलेश यादव की रणनीति महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी गठबंधन के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की है। सपा ने कांग्रेस से 10-12 सीटों की मांग की है, यह दावा करते हुए कि उनका प्रभाव राज्य की 22 सीटों पर है। हालांकि, कांग्रेस की ओर से अभी तक कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया नहीं आई है। सपा का स्पष्ट संदेश है कि वे उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के साथ सीट साझा करने पर विचार करेंगे, यदि कांग्रेस उन्हें हरियाणा और महाराष्ट्र में उचित प्रतिनिधित्व देती है।

अन्य राज्यों में पकड़ मजबूत करने की तैयारी
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के बाद देश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बनने के बाद, सपा अब अन्य राज्यों में भी अपनी पकड़ मजबूत करने की दिशा में आगे बढ़ रही है। यही नहीं पार्टी जम्मू-कश्मीर और हरियाणा के साथ-साथ महाराष्ट्र में भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराने का प्रयास कर रही है। 

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