वायरस को लेकर देश भर में अलर्ट :  मंकीपॉक्स के मरीजों को सफदरजंग अस्पताल में किया जाएगा भर्ती,  AIIMS में पांच बेड आरक्षित

UPT | Monkeypox

Aug 20, 2024 19:29

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस बीमारी से निपटने के लिए देश के सभी प्रमुख अस्पतालों में न सिर्फ बेड को सुरक्षित किए जाने लगे हैं, बल्कि प्रमुख लैब को भी अलर्ट कर बीमारी के निदान के दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं। केंद्र सरकार की ओर से दिल्ली में सफदरजंग अस्पताल को मंकीपॉक्स के लिए नामित हॉस्पिटल बनाया गया है...

New Delhi News : अफ्रीका से चला मंकीपॉक्स पाकिस्तान पहुंच चुका है, और अब इसको लेकर भारत में भी चिंता व्यक्त की जा रही है। आशंका जताई जा रही है कि यह वायरस भारत में भी फैल सकता है। बता दें साल 2022 में देश इस वायरस की चपेट में आ चुका है। इसी आशंका को देखते हुए देशभर में बड़े स्तर पर तैयारी शुरू हो गई है। 
सफदरजंग अस्पताल मंकीपॉक्स के लिए नामित हॉस्पिटल बनाया
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस बीमारी से निपटने के लिए देश के सभी प्रमुख अस्पतालों में न सिर्फ बेड को सुरक्षित किए जाने लगे हैं, बल्कि प्रमुख लैब को भी अलर्ट कर बीमारी के निदान के दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं। केंद्र सरकार की ओर से दिल्ली में सफदरजंग अस्पताल को मंकीपॉक्स के लिए नामित हॉस्पिटल बनाया गया है। यहां मंकीपॉक्स के मरीजों के लिए आइसोलेशन वॉर्ड बनाए गए हैं। जहां मरीजों को इलाज के साथ ही निगरानी में भी रखा जाएगा। कहीं भी अगर मंकीपॉक्स पॉजिटिव मरीज मिलता है तो उसे सफदरजंग अस्पताल में भर्ती किया जाएगा।

एम्स में आरक्षित बेड 
ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एम्स) में मंकीपॉक्स के संदिग्ध मरीजों के लिए पांच बेड आरक्षित किए गए हैं। अगर किसी मरीज में मंकीपॉक्स के लक्षण दिखाई देते हैं या संदिग्ध मरीज आता है तो उसे इन बेड्स पर शिफ्ट किया जाएगा।

इन अस्पतालों को अलर्ट भेजा
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने दिल्ली स्थित एम्स समेत राम मनोहर लोहिया अस्पताल, सफदरजंग अस्पताल समेत लेडी हार्डिंग को इस बीमारी से निपटने के लिए तैयार रहने के लिए कहा है। इसके अलावा इन अस्पतालों को रोगियों के बेहतर इलाज समेत उनकी गंभीरता को देखते हुए भी आगे के इलाज के लिए चुना गया है। इसके अलावा देश के सभी राज्यों के अस्पतालों को भी इस बीमारी से निपटने के लिए जरूरी दिशा निर्देश जारी किए जा चुके हैं।

ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी 
  • कोरोना के बाद डब्लूएचओ ने एमपॉक्स यानी मंकीपॉक्स पर ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी घोषित की
  • नया वेरिएंट कोरोना की तरह खतरनाक, अफ्रीका में तेजी से फैल रहा, 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी
  • कोंगो, युगांडा, रवांडा, बुरुंडी समेत 13 देशों में फैल चुका वायरस
  • भारत में आगामी चुनाव और त्यौहारों को देखते हुए फैलने का खतरा काफी ज्यादा 
  • पिछले साल 1400 लोग चपेट में आए थे, 524 की जान गई थी
  • 2022 में 70 देशों में फैला था मंकीपॉक्स 
  • 1959 में पहला मामला आया था सामने
  • स्मॉलपॉक्स की तरह बीमारी के लक्षण

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