यूपी में पिछड़ा वर्ग आयोग का गठन : राजेश वर्मा बनाए गए अध्यक्ष, जानें उपाध्यक्ष और सदस्यों के बारे में

UPT | यूपी में पिछड़ा वर्ग आयोग का गठन।

Aug 31, 2024 00:26

यूपी पिछड़ा वर्ग आयोग में अध्यक्ष और सदस्यों का पद पिछले दो साल से रिक्त चल रहा था। अब पूर्व सांसद राजेश वर्मा को अध्यक्ष बनाने के साथ सोहन लाल श्रीमाली और श्रीसूर्यप्रकाश पाल को उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

Lucknow News : उत्तर प्रदेश में राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग का गठन कर दिया गया है। राजेश वर्मा को आयोग का अध्यक्ष बनाया गया है। आयोग के दोनों उपाध्यक्ष और 25 सदस्यों को भी नामित किया गया है। उत्तर प्रदेश पिछड़ा वर्ग आयोग में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सदस्यों के पद दो साल से रिक्त पड़े थे। इस वजह से काम प्रभावित हो रहा था। अब इसका गठन कर दिया गया है। इन सभी का कार्यकाल कार्यभार ग्रहण करने की तिथि से एक वर्ष के लिए होगा।

उत्तर प्रदेश राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग में इन्हें मिली जिम्मेदारी
पूर्व सांसद राजेश वर्मा को अध्यक्ष बनाने के साथ सोहन लाल श्रीमाली और श्रीसूर्यप्रकाश पाल को उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके अलावा सत्येन्द्र कुमार बारी, मेलाराम पवार, वासुदेव मौर्य, फुल बदन कुशवाहा विनोद यादव, शिव मंगल बियार, अशोक सिंह, चिरंजीवी चौरसिया, कुलदीप विश्वकर्मा, लक्ष्मण सिंह, डॉ. मुरहू राजभर, घनश्याम चौहान, आर.डी. सिंह, जनार्दन गुप्ता,बाबा बालक, रमेश कश्यप, प्रमोद सैनी, करुणा शंकर पटेल, रवीन्द्र मणि, रामशंकर साहू, विनोद सिंह, महेंद्र सिंह राणा, ऋचा राजपूत और राम कृष्ण सिंह पटेल को सदस्य बनाया गया है। पिछड़ा आयोग में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष सहित सदस्यों को मानदेय-भत्ते एवं अन्य सुविधाएं नियमानुसार प्रदान की जाएंगी।

दो साल से रिक्त चल रहा था अध्यक्ष पद
यूपी पिछड़ा वर्ग आयोग में अध्यक्ष और सदस्यों का पद पिछले दो साल से रिक्त चल रहा था। वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश सरकार ने 16 जून 2021 को यूपी राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग का गठन कर जसवंत सैनी को अध्यक्ष और हीरा ठाकुर व प्रभुनाथ चौहान को आयोग का उपाध्यक्ष मनोनीत किया था। इसके बाद 2022 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में फिर भाजपा की सत्ता में लगातार दूसरी बार वापसी हुई और जसवंत सैनी को मंत्री बनाया गया। इसके बाद से ही यूपी पिछड़ा वर्ग आयोग में अध्यक्ष की कुर्सी खाली पड़ी ​थी। वहीं जुलाई 2022 में पिछड़ा वर्ग आयोग के दोनों उपाध्यक्ष और 25 सदस्यों का कार्यकाल भी समाप्त हो गया। इसके बाद से आयोग का दफ्तर अध्यक्ष, उपाध्यक्ष सहित सदस्यों का इंतजार कर रहा था। अब जाकर ये इंतजार समाप्त हुआ है। 

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