Meerut News : प्रेगनेंसी के समय, प्रेगनेंसी से पहले और प्रेगनेंसी के बाद हेपेटाइटिस वायरस से बचाव की दी जानकारी

UPT | मेरठ मेडिकल कॉलेज में नेशनल वायरल हेपिटाइटिस कंट्रोल प्रोग्राम

Mar 12, 2024 20:21

किसी मरीज़ को हेपेटाइटिस वायरल संक्रमण हो जाता है तो उसका इलाज एवं उसके दुष्प्रभाव से कैसे बचा जा सकता है...

Short Highlights
  • नेशनल वायरल हेपेटाइटिस कंट्रोल प्रोग्राम के अंतर्गत जागरूकता कार्यक्रम
  • संक्रमण होने पर इलाज और दुष्प्रभाव से बचने की जानकारी दी
  • मेरठ मेडिकल कॉलेज के मॉडल ट्रीटमेंट सेंटर पर इलाज निःशुल्क
Meerut News : मेरठ मेडिकल कॉलेज में मेडिसिन विभाग द्वारा नेशनल वायरल हेपिटाइटिस कंट्रोल प्रोग्राम के अंतर्गत वायरल हेपिटाइटिस जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन हुआ। कार्यक्रम का संचालन स्त्री एवं प्रसूति विभाग तथा मेडिसिन विभाग के ओपीडी परिसर में हुआ। कार्यक्रम में ओपीडी में आए मरीज को हेपिटाइटिस संक्रमण और बचाव के बारे में जागरूक किया गया। कार्यक्रम में बताया कि प्रेगनेंसी के समय, प्रेगनेंसी से पहले और प्रेगनेंसी के बाद में वायरल हेपेटाइटिस से कैसे-कैसे बचाव एवं रोकथाम किया जा सकता है। 

हेपेटाइटिस वायरल दुष्प्रभाव की जानकारी दी 
कार्यक्रम में बताया गया कि यदि किसी मरीज़ को हेपेटाइटिस वायरल संक्रमण हो जाता है तो उसका इलाज एवं उसके दुष्प्रभाव से कैसे बचा जा सकता है। प्रेगनेंसी के दौरान और प्रेगनेंसी के बाद हेपेटाइटिस वायरल की वैक्सीन कैसे लगाई जाए तथा वैक्सीन कैसे लगाई जाती है। कार्यक्रम में नोडल ऑफिसर प्रोफेसर डॉक्टर अरविंद कुमार ने वायरल हेपेटाइटिस के लक्षण तथा इलाज की संपूर्ण जानकारी के बारे में जानकारी दी। 

मेडिकल कॉलेज में मॉडल ट्रीटमेंट सेंटर पर वायरल हेपिटाइटिस का इलाज 
इसी के साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि मेडिकल कॉलेज में मॉडल ट्रीटमेंट सेंटर पर वायरल हेपिटाइटिस की सभी जांच और दवाएं मरीज़ो को निःशुल्क दी जाती है। स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की प्रोफेसर डॉक्टर शकुन सिंह ने प्रेगनेंसी से पहले और प्रेगनेंसी के बाद में तथा प्रेगनेंसी के दौरान यदि मरीज़ को वायरल हेपिटाइटिस हो जाती है तो मरीज़ को क्या-क्या सावधानी बरतनी चाहिए एवं क्या इलाज करना चाहिए के बारे में बताया एवं वायरल हेपिटाइटिस यदि पति या पत्नी में से किसी भी एक सदस्य को है तो दूसरे सदस्य को यह बीमारी होने का खतरा बना रहता है इसलिए दोनों सदस्यों को जांच करानी चाहिए।

वायरल हेपिटाइटिस की वैक्सीनेशन के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी
मेडिसिन विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर रचना सेमवाल ने वायरल हेपिटाइटिस की वैक्सीनेशन के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। मेडिसिन विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर पंकज कुमार ने बताया कि वायरल हेपिटाइटिस बी और सी एवं ई एक जानलेवा बीमारी है एवं प्रेगनेंसी के दौरान भी वायरल हेपिटाइटिस से बचाव हेतु सावधानी रखने की बहुत जरूरत होती है। 

मेडिसिन विभाग एवं स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग को बधाई
कार्यक्रम के सफल संचालन हेतु प्राचार्य ने मेडिसिन विभाग एवं स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग को बधाई दी। कार्यक्रम के दौरान मेडिसिन विभाग की विभागाध्यक्ष प्रोफेसर डॉक्टर आभा गुप्ता, स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ रचना चौधरी, दल डॉक्टर योगिता सिंह,डॉ रेनू चौधरी मेडिसिन विभाग व स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग के रेजिडेंट डॉक्टर्स, स्टाफ नर्स व अन्य विद्यार्थी उपस्थित रहे।
 

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