काशी विश्वनाथ धाम में डिजिटल दौर : श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष व्यवस्था, क्यूआर कोड से होगा प्रवेश

UPT | Kashi Vishwanath Temple

Jul 16, 2024 18:04

यह व्यवस्था सुगम दर्शन, वीआईपी दर्शन और प्रोटोकॉल दर्शन के लिए आने वाले भक्तों के लिए लागू होगी। इस नई प्रणाली के तहत, श्रद्धालुओं को श्री काशी विश्वनाथ के लोगो वाला विशेष परिचय...

Short Highlights
  • मंदिर प्रशासन क्यूआर कोड आधारित प्रवेश प्रणाली शुरू करेगा
  • कोड स्कैन करते ही प्रवेश द्वार खुल जाएंगे
  • यह आगंतुकों का सटीक रिकॉर्ड रखने में भी मदद करेगा
Varanasi News : श्री काशी विश्वनाथ धाम में एक नए युग की शुरुआत हो रही है। मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं के लिए क्यूआर कोड आधारित प्रवेश प्रणाली शुरू करने का निर्णय लिया है। यह व्यवस्था सुगम दर्शन, वीआईपी दर्शन और प्रोटोकॉल दर्शन के लिए आने वाले भक्तों के लिए लागू होगी। इस नई प्रणाली के तहत, श्रद्धालुओं को श्री काशी विश्वनाथ के लोगो वाला विशेष परिचय पत्र दिया जाएगा, जिस पर क्यूआर कोड अंकित होगा। यह कोड स्कैन करते ही प्रवेश द्वार स्वचालित रूप से खुल जाएंगे, जिससे भक्तों को सुगमता से प्रवेश मिल सकेगा।

कार्ड में दर्ज रहेगी श्रद्धालुओं की जानकारी
इस नई तकनीक का उपयोग न केवल प्रवेश प्रक्रिया को सरल बनाएगा, बल्कि मंदिर प्रशासन को आगंतुकों का सटीक रिकॉर्ड रखने में भी मदद करेगा। आरएफआईडी (रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन) तकनीक पर आधारित यह प्रणाली 15 मीटर की दूरी से कार्ड को पढ़ सकती है। इस कार्ड में श्रद्धालुओं की व्यक्तिगत जानकारी जैसे नाम, पता और मोबाइल नंबर दर्ज होंगे। मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण मिश्र के अनुसार, इस नई व्यवस्था के लिए आवश्यक आरएफआईडी मशीनें पहले से ही मंदिर में स्थापित की जा चुकी हैं।

नेमी दर्शनार्थी किसी भी द्वार से कर सकेंगे प्रवेश
काशी विश्वनाथ धाम में एक अन्य महत्वपूर्ण परिवर्तन यह है कि अब नेमी दर्शनार्थी किसी भी द्वार से प्रवेश कर सकेंगे। हालांकि, काशी के स्थानीय निवासियों के लिए एक विशेष 'काशीद्वार' का निर्माण किया गया है। इस द्वार का सफल परीक्षण शनिवार को भोर में मंगला आरती के बाद और शाम को एक घंटे के लिए किया गया। यह नया द्वार नंदू फारिया क्षेत्र में स्थित है और इसका उद्देश्य काशीवासियों को सुगम प्रवेश प्रदान करना है।

पहचान पत्र दिखाना आवश्यक
मंदिर प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि काशीद्वार केवल स्थानीय निवासियों के लिए है और इसमें प्रवेश के लिए पहचान पत्र दिखाना आवश्यक होगा। वर्तमान में, यह सुविधा सभी काशीवासियों के लिए शुरू नहीं की गई है, बल्कि केवल नेमी दर्शनार्थियों और कार्डधारकों के लिए दो दिनों के लिए शुरू की गई है। प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि पहले से चल रही सुविधाओं को बंद नहीं किया गया है और भविष्य में इस सुविधा को सभी काशीवासियों के लिए खोलने पर जो भी निर्णय होगा, उसकी सूचना जारी की जाएगी।

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