Varanasi News : सिक्किम-काशी सांस्कृतिक एकता का प्रतीक त्रिदिवसीय शिवमंदिर पुनर्नवीकरण एवं सुंदरीकरण का हुआ अनुष्ठान

UPT | सिक्किम राजभवन में राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य के साथ काशी के विद्वान

Jul 15, 2024 23:48

राजभवन सिक्किम में आयोजित तीन दिवसीय शिवमंदिर पुनर्नवीकरण एवं सुंदरीकरण अनुष्ठान तथा संस्कृत भाषा का विकास पर व्याख्यान का आयोजन हुआ...

Varanasi News : राजभवन सिक्किम में आयोजित तीन दिवसीय शिवमंदिर पुनर्नवीकरण एवं सुंदरीकरण अनुष्ठान तथा संस्कृत भाषा का विकास पर व्याख्यान का आयोजन हुआ। इस महोत्सव का आयोजन राजभवन में हुआ, जहाँ सिक्किम विधानसभा अध्यक्ष एम्एन शेर्पा, शिक्षा मंत्री राजू बस्नेत, धर्म एवं सिंचाई विभाग के मंत्री सोनम लामा, गंगटोक क्षेत्र विधायक डिले नामग्याल बर्फूंगपा, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय न्यास के अध्यक्ष नागेंद्र पाण्डेय, बनारस से पधारे अन्य गणमान्य  विद्वानों, सामदोंग संस्कृत महाविद्यालय, कंचनजंगा राज्य विश्वविद्यालय चिनारी संस्था, नाम्ची चार धाम समिति, शिक्षा विभाग के अधिकारी विभिन्न विद्यालयों के संस्कृत शिक्षकगण एवं अतिथितियों ने भारी संख्या में भाग लिया।

संरक्षित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम
 आयोजन का शुभारंभ राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य के कर-कमलों द्वारा दीप प्रज्वलन से हुआ। दीप प्रज्वलन समारोह में उपस्थित विशिष्ट अतिथियों और विद्वानों ने भारतीय संस्कृति के इस महत्वपूर्ण पहलु की गरिमा को बनाए रखते हुए अंधकार से प्रकाश की ओर का मंत्रोच्चारण किया गया। राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य के अथक प्रयासों के कारण राजभवन में संस्कृत भाषा के प्रचार-प्रसार हेतु इस तरह का महत्वपूर्ण आयोजन संभव हो पाया। आज का यह व्याख्यान संस्कृत भाषा की महत्ता को समझने और संरक्षित करने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम रहा ।

भारत पुनः विश्व गुरु के रूप में स्थापित होगा
राज्यपाल ने अपने प्रेरणादायक शब्दों से सभी को मार्गदर्शन दिया और संस्कृत भाषा की समृद्धि और उसके महत्व पर जोर दिया। उन्होंने संस्कृत भाषा को हमारी सांस्कृतिक विरासत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बताते हुए संस्कृत भाषा के विकास एवं संवर्धन के लिए सामूहिक प्रयास की आवश्यकता पर जोर दिया। इस दिशा में राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों की भी सराहना की। राज्यपाल ने सिक्किम की भूरी भूरी प्रशंसा करते हुए कहा कि सिक्किम के लोग प्रकृति एवं संस्कृति के साथ जीते हैं। उन्होंने इस बात कि आशा जताई कि जब भारत पुनः विश्व गुरु के रूप में स्थापित होगा ,सिक्किम इसका नेतृत्व करेगा। सिक्किम में नारियों का सम्मान, अपराध न के बराबर, पर्यावरण के प्रति राज्य की सक्रियता पर भी प्रकाश डालते हुए प्रसन्नता व्यक्त की।

अतिथियों को किया सम्मानित
इस अवसर पर काशी विश्वनाथ न्यास  के अध्यक्ष नागेंद्र पाण्डेय ने संस्कृत भाषा के विकास पर ज्ञानवर्धक और प्रेरणादायक व्याख्यान दिया, जिसने उपस्थित सभी को लाभान्वित किया साथ ही सिक्किम को देव भूमि बताया है। सभी वक्ताओं द्वारा शिक्षा प्रणाली में संस्कृत के प्रति जागरूकता बढ़ाने, आधुनिक तकनीक के माध्यम से संस्कृत के अध्ययन को प्रोत्साहित करने और युवाओं को संस्कृत साहित्य से जोड़ने के उपाय सुझाए। कार्यक्रम में बनारस एवं सिक्किम चार धाम मंदिर से पधारे सभी सम्मानित अतिथियों को राज्यपाल द्वारा शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया।

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